जानिए चीन ने अमेरिका को क्यों 'धमकाया', कहा- दादागिरी बंद कर दें
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चीन ने सोमवार को अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह चीनी कंपनियों पर नए गैर कानूनी प्रतिबंध लगाकर स्पष्ट रूप से ‘‘दादागीरी और दोहरे मानक’’ दिखा रहा है.
नई दिल्लीः चीन ने सोमवार को अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह चीनी कंपनियों पर नए गैर कानूनी प्रतिबंध लगाकर स्पष्ट रूप से ‘‘दादागीरी और दोहरे मानक’’ दिखा रहा है. चीन के मुताबिक ये प्रतिबंध रूस के वैगनर समूह के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई के तहत लगाए गए हैं जो कंपनियों और व्यक्तियों से संबंधित हैं.
चीनी कंपनियों को बनाया गया निशाना यूक्रेन युद्ध और अफ्रीका में मानवाधिकारों के हनन समेत अन्य गतिविधियों में भूमिका निभाने को लेकर कंपनियों को निशाना बनाया गया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, ‘‘ प्रतिबंधों का अंतरराष्ट्रीय कानून में कोई आधार नहीं है. ये प्रतिबंध गैर कानूनी और एकपक्षीय हैं.’’ माओ ने कहा, ‘‘दंडात्मक कदम चीन के हितों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा रहे हैं.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है. रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष युद्धविराम और बंधक समझौते को फाइनल कर चुके हैं. शुक्रवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, वार्ता दल ने पीएम को बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. इस बारे में बंधकों के परिवार को जानकारी दे दी गई है.
ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को इजरायल और हमास के बीच 'बहु प्रतीक्षित' युद्धविराम समझौते का स्वागत किया. हालांकि दोनों पक्ष अनिश्चितताओं से भरे इस समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं, जिसमें फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और पहले चरण में गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी की शुरुआत शामिल होने की उम्मीद है.
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से 'गहरी चिंता' जताई. सरकारी समाचार एजेंसी 'BSS' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए 'तलब' किया था.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि स्थिर वैश्विक वृद्धि के बावजूद 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 'थोड़ा कमजोर' रहने की आशंका है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें इस साल दुनिया में मुख्य रूप से अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर काफी अनिश्चितता नजर आने की संभावना दिख रही है.