जल्द पड़ेगी Corona Vaccine की चौथी डोज की जरूरत, हेल्थ एक्सपर्ट ने दी ये चेतावनी
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Fourth Shot Of Coronavirus Vaccine: हेल्थ एक्सपर्ट ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की वजह से मौतों की संख्या बढ़ सकती है इसीलिए सावधान रहने की जरूरत है.
तेल अवीव: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जंग में इजरायल (Israel) शुरुआत से आगे रहा है. इजरायल ने कोरोना से निपटने के लिए हर संभव कदम उठाया, जिसके दुनियाभर में इजरायल की तारीफ हुई. जहां एक तरफ कई देश अपने नागरिकों को कोरोना की वैक्सीन (Vaccine) की दोनों डोज देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं इजरायल के एक हेल्थ एक्सपर्ट सलमान जारका ने कहा कि कोविड वैक्सीन की चौथी डोज की भी जरूरत है. हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने अपने सभी नागरिकों को कोरोना वायरस का बूस्टर शॉट देना शुरू कर दिया है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने देशों से बूस्टर प्रोग्राम नहीं शुरू करने का आग्रह किया है. WHO का कहना है कि तब तक ऐसा नहीं किया जाए जब तक कि अन्य सभी देश कम से कम कमजोर वर्ग के लोगों का टीकाकरण करने में सक्षम नहीं हो जाएं.इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है. रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष युद्धविराम और बंधक समझौते को फाइनल कर चुके हैं. शुक्रवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर लिखा, वार्ता दल ने पीएम को बताया कि बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. इस बारे में बंधकों के परिवार को जानकारी दे दी गई है.
ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को इजरायल और हमास के बीच 'बहु प्रतीक्षित' युद्धविराम समझौते का स्वागत किया. हालांकि दोनों पक्ष अनिश्चितताओं से भरे इस समझौते को अंतिम रूप देने में लगे हैं, जिसमें फलस्तीनी कैदियों के बदले इजरायली बंधकों की अदला-बदली और पहले चरण में गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी की शुरुआत शामिल होने की उम्मीद है.
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने रविवार को विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ बैठक के दौरान हाल के सीमा तनाव को लेकर बांग्लादेश की ओर से 'गहरी चिंता' जताई. सरकारी समाचार एजेंसी 'BSS' ने पहले अपनी खबर में बताया था कि वर्मा को विदेश मंत्रालय ने सीमा पर बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए 'तलब' किया था.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा कि स्थिर वैश्विक वृद्धि के बावजूद 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 'थोड़ा कमजोर' रहने की आशंका है. जॉर्जीवा ने कहा कि उन्हें इस साल दुनिया में मुख्य रूप से अमेरिका की व्यापार नीति को लेकर काफी अनिश्चितता नजर आने की संभावना दिख रही है.