
छत्तीसगढ़: नक्सलियों के लगाए IED विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत, तीन घायल
AajTak
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों के प्लांट किए गए IED में धमाका होने से एक ग्रामीण की मौत हो गई जबकि एक शख्स घायल हो गया. यह घटना नारायणपुर के ओरछा थाना क्षेत्र के कुरुषनार गांव में हुई. पुलिस को इस घटना की सूचना मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इस इलाके में लोगों की आवाजाही रोक दी गई है.
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में शुक्रवार को नक्सलियों द्वारा लगाए गए दो अलग-अलग स्थानों पर हुए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक नारायणपुर के ओरछा थाना क्षेत्र के कुरुषनार गांव में आईईडी के विस्फोट में एक ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए. पुलिस को इस घटना की सूचना मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
इसी इलाके में आदेर-इतुल सड़क पर हुए दूसरे विस्फोट में 20 साल का शुभम पोडियम गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस के अनुसार, शुभम ने गलती से एक आईईडी पर कदम रख दिया, जिससे विस्फोट हो गया. शुभम को पहले ओरछा के अस्पताल ले जाया गया और बाद में नारायणपुर अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया.
नक्सली सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए जंगल के अंदरूनी इलाकों में सड़कों और कच्चे रास्तों पर आईईडी बम लगाते हैं. बस्तर क्षेत्र, जिसमें नारायणपुर समेत सात जिले शामिल हैं, लंबे समय से नक्सल हिंसा का केंद्र रहा है. हालांकि, इन विस्फोटों के शिकार अक्सर निर्दोष ग्रामीण भी बन जाते हैं.
6 जनवरी को नक्सलियों ने राज्य के बीजापुर जिले में एक वाहन को आईईडी से उड़ा दिया था. इस घटना में आठ पुलिसकर्मी और एक गाड़ी चालक की मौत हो गई थी. इस तरह के आईईडी विस्फोट न केवल सुरक्षा बलों बल्कि आम नागरिकों के लिए भी गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं. घटनास्थल पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है, और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है.

संसद में आज पीएम मोदी महाकुंभ पर बोलते हैं. कहते हैं कि एकता का अमृत महाकुंभ का पवित्र प्रसाद है. एकता के प्रसाद वाले बयान से चंद घंटे पहले नागपुर में हिंसा होती है. वो नागपुर जहां से खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आते हैं, जहां RSS का मुख्यालय है. उसी नागपुर में अचानक हिंसा क्यों भड़की? देखें 10 तक.

नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर शुरू हुआ विवाद हिंसा में बदल गया. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन के दौरान अफवाह फैलने के बाद 2 घंटे तक आगजनी और पथराव हुआ. पुलिस वाहनों को निशाना बनाया गया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे सुनियोजित साजिश बताया और कहा कि किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

मोहाली में एक मोमोज फैक्टरी पर पुलिस ने छापा मारा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ. फैक्टरी की रसोई में कुत्ते का कटा हुआ सिर, सड़ा हुआ चिकन और पुरानी सड़ी सब्जियां मिलीं. इन सामग्रियों का इस्तेमाल मोमोज, स्प्रिंग रोल्स, मंचूरियन, चिकन फ्राइड राइस और चाउमीन बनाने में किया जा रहा था. फैक्टरी रोजाना 20,000 मोमोज बना रही थी.