'गलतियों को छुपाना बंद करो', भ्रष्टाचार को लेकर चीनी राष्ट्रपति ने अपने ही अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
AajTak
चीनी राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को लेकर सख्त बयान दिया है. चीन में भ्रष्टाचार के लगातार सामने आ रहे मामलों को देखते हुए उन्होंने कहा है कि गलतियों को छुपाना बंद करो. जिनपिंग ने अपनी कम्युनिस्ट पार्टी के ही अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को ही सख्त हिदायत दी है.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी कम्युनिस्ट पार्टी के ही अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी है. जिनपिंग ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा,'गलतियों को छुपाना बंद करो और उन्हें स्वीकार करो.'
दरअसल, चीनी राष्ट्रपति ने यह सख्त बयान चीन में भ्रष्टाचार के लगातार सामने आ रहे मामलों को देखते हुए दिया है. चीन की सरकार का दावा है कि वह कम्युनिस्ट पार्टी और सेना के भ्रष्टाचारी अधिकारियों के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है.'
हालांकि, चीन की सरकार का दावा धरातल पर इसके ठीक उलट नजर आ रहा है. क्योंकि एक तरफ तो चीन की सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्ती का दावा कर रही है और वहीं दूसरी तरफ आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले साल के मुकाबले इस साल भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
10 लाख से ज्यादा लोगों पर एक्शन
हांगकांग के मीडिया हाउस साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन 2012 से अब तक करीब 10 लाख से ज्यादा अधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं पर एक्शन ले चुका है. इसमें दो रक्षा मंत्री और दर्जनों सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं. लेकिन इसके बाद भी भ्रष्टाचार के मामलों में कमी नहीं आ रही है.
पिछले साल के मुकाबले बढ़ गए केस
विश्वास मत सत्र के दौरान 733 संसद सदस्यों में से 207 ने शोल्ज सरकार के पक्ष में मतदान किया जबकि 394 ने विरोध में वोट डाला. यह प्रस्ताव पिछले महीने शोल्ज के तीन-पक्षीय गठबंधन के पतन के बाद आया है. शोल्ज ने बजट और आर्थिक नीतियों पर असहमति के कारण नवंबर में पूर्व वित्त मंत्री क्रिश्चियन लिंडनर को बर्खास्त कर दिया था.
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद ने देश से भागने के बाद निर्वासन में अपने पहले बयान में कहा कि देश छोड़ना उनके लिए कभी एक विकल्प नहीं था. न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार बशर अल-असद ने पिछले हफ्ते अपने शासन के पतन के बाद सोमवार को अपना पहला बयान जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि 'शरण उनके लिए कभी भी एक विकल्प नहीं था'.