
'कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का ठेका ले रखा है, मैं तो बीमार नहीं पड़ा...', गंगा के पानी की शुद्धता पर बोले CM योगी
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा,
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ (Mahakumbh 2025) की शुरुआत होने जा रही है. ऐसे में आजतक के मंच 'धर्म संसद' में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने महाकुंभ को लेकर कई बड़ी बातें कही. योगी आदित्यनाथ ने कहा, "2019 का कुंभ स्वच्छता के लिए जाना जाता है. 2025 का महाकुंभ सुव्यवस्था, आस्था और आधुनिकता के महासमागम के रूप में जाना जाएगा. बीजेपी की डबल इंजन की सरकारें आस्था का सम्मान देते हुए मूर्त रूप दे रही है."
संगम पर नदी के पानी में प्रदूषण के सवाल पर बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैंने भी कुछ ऐसे बयान पढ़े थे और मैं यहां पर कई बार आया हूं. संगम के तट पर आकर जल को देखा है, जल की मात्रा को देखा है. जल से स्नान भी किया और उसका आचमन भी किया है. मेरा तो स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ. कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का एक ठेका ले रखा है."
उन्होंने आगे कहा कि स्वतंत्र भारत में संगम में इतना व्यापक पैमाने पर जल की राशि देखने को नहीं मिली रही होगी. मौजूदा वक्त में 10 हजार तीन सौ से ज्यादा क्यूसेक पानी केवल गंगा में है. इतना पवित्र है कि आप वहां स्नान भी कर सकते हैं और बिना किसी संकोच के आचमन भी कर सकते हैं. मैं खुद करता हूं.
'जिस कार्य का हकदार था प्रयागराज...'
सीएम योगी ने कहा, "वक्फ की जमीन पर महाकुंभ होने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा, "हम जानते थे कि प्रयागराज जिस कार्य का हकदार था, उसको प्राप्त होना चाहिए. प्रधानमंत्री जी का भी बार-बार यही निर्देश रहा है कि हमारे पावन तीर्थों को उसका अधिकार मिलना चाहिए. 2024 में देश और दुनिया की हर निगाह अयोध्या के लिए लगी थी, हर व्यक्ति के कदम बढ़ रहे थे. ये आहट मुझे दिसंबर 2023 से ही सुनाई दे रही थी कि जब महाकुंभ होगा, तो दुनिया भर से क्वेरीज आनी शुरू हुई थी कि क्या है वहां की कनेक्टिविटी की व्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर."
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "मैं कह सकता हूं कि आज दस हजार एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में हम लोगों ने ये आयोजन किया है, जिसमें कुंभ के लिए पंडाल लगे हैं. ये विस्तृत भू-भाग है. पांच हजार एकड़ से ज्यादा भू-भाग ऐसा है, जहां पर पार्किंग की व्यवस्था अलग से दी गई है."

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