कहां से आएंगे इतने पैसे? Adani Group इस बिजनेस में करेगी 60 हजार करोड़ का निवेश
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Adani Group छह एयरपोर्ट्स लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मैंगलोर का संचालन करता है. 2021 में इसने GVK ग्रुप से मुंबई और आगामी नवी मुंबई एयरपोर्ट्स का अधिग्रहण किया था.
अडानी ग्रुप (Adani Group) ने एयरपोर्ट बिजनेस (Airport Business) को बूस्ट करने के लिए बड़ी योजना बनाई है. गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अगले 10 साल में 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है. यह नवी मुंबई एयरपोर्ट के पहले चरण में निवेश किए जा रहे 18000 करोड़ रुपये से अलग है. इन पैसों को एयरपोर्ट्स में रनवे, टैक्सीवे, एयरक्राफ्ट पार्किंग स्टैंड्स और टर्मिनल बनाने में उपयोग किया जाएगा. इसके साथ एयरपोर्ट्स के करीब होटल और शॉपिंग मॉल भी डेवलप किए जाएंगे.
बिजनेस टुडे के मुताबिक, अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स के CEO अरुण बंसल ने कहा कि यह एक बड़ी राशि है. अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) आंतरिक संसाधनों के माध्यम से इसका समर्थन करेगी. उन्होंने कहा कि अडानी एंटरप्राइजेज इसके लिए फंड जारी करेगी और फिर इस अमाउंट को एयरपोर्ट्स के डेवलपमेंट के लिए खर्च किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लखनऊ हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल का उद्घाटन करने के बाद बंसल ने इसकी जानकारी दी.
30 करोड़ यात्रियों की क्षमता बनाने की तैयारी Adani Group छह एयरपोर्ट्स लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मैंगलोर का संचालन करता है. 2021 में इसने GVK ग्रुप से मुंबई और आगामी नवी मुंबई एयरपोर्ट्स का अधिग्रहण किया था. बंसल ने कहा कि आठ एयरपोर्ट्स के साथ अडानी ग्रुप 2040 तक 25 से 30 करोड़ यात्रियों के लिए क्षमता बनाने की तैयारी कर रहा है. अभी ग्रुप के सात एयरपोर्ट्स की कैपेसिटी 7.3 करोड़ है.
पैसेंजर्स की संख्या में होगी बड़ी बढ़ोतरी अडानी ने कहा कि मुझे लगता है कि एयर कनेक्टिविटी के मोड में बुनियादी बदलाव होने जा रहा है. देश में कई एयरपोर्ट भविष्य में इंटरनेशनल हब बन सकते हैं. इस कारण इंटरनेशन ट्रेवेल में भी भारी उछाल आएगा. साथ ही डोमेस्टिक फ्लाइट में भी सुधार होगा. यात्रियों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट बिजनेस प्रोफिटेबल होने के बाद लिस्टिंग की जाएगी.
मुंबई एयरपोर्ट में इतनी हिस्सेदारी गौरतलब है कि अडानी ग्रुप अपने एयरपोर्ट बिजनेस (Adani Group Airport Business) को तेजी से फैला रही है. 2019 में अडानी ग्रुप की फुली सब्सिडियरी के रूप में एयरपोर्ट वाले बिजनेस को शामिल किया गया था. अडानी ग्रुप अभी छह एयरपोर्ट्स का संचालन करता है. कंपनी के पास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 73 फीसदी हिस्सेदारी है. नवी मुंबई एयरपो्र्ट में इसकी 74 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं देश के कुल पैसेंजर मूवमेंट में 25% और एयर कार्गो ट्रैफिक में 33% कॉन्ट्रीब्यूशन है.