कभी सचिन भी कर रहे थे कोहली वाली गलती, लेकिन इस एक पारी ने बना दिया था भगवान, जानें क्रिकेट की सबसे रोमांचक कहानी
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सचिन के संन्यास लेने के बाद विराट कोहली भी उन्हीं की लीक पर चलते दिखे. सचिन के कई सारे रिकॉर्ड भी विराट ने तोड़े. इसने एक बहस को जन्म दिया कि आखिर दोनों में बेहतर और महान कौन है. लेकिन क्रिकेट की बारीकियों को समझने वाले कह सकते हैं कि विराट कोहली मौजूदा समय की हकीकत हैं तो सचिन तेंदुलकर फसाना.
क्रिकेट इतिहास में कई रोमांचक कहानियां दर्ज हैं. हर दौर में कोई न कोई लीजेंड रहा है. लेकिन इस खेल के करीब 200 सालों के सफर में भगवान का दर्जा सिर्फ एक खिलाड़ी को मिला है, उसका नाम है सचिन तेंदुलकर. सचिन के संन्यास लेने के बाद विराट कोहली भी उन्हीं की लीक पर चलते दिखे. सचिन के कई सारे रिकॉर्ड भी विराट ने तोड़े. इसने एक बहस को जन्म दिया कि आखिर दोनों में बेहतर और महान कौन है. वैसे तो ये विमर्श आम है और दोनों को बेहतर बताने के अपने-अपने तर्क हैं. लेकिन क्रिकेट की बारीकियों को समझने वाले कह सकते हैं कि विराट कोहली मौजूदा समय की हकीकत हैं तो सचिन तेंदुलकर फसाना.
लेकिन क्या आपको पता है कि सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान क्यों कहा जाता है? ये नाम उन्हें किसने दिया? कई लोगों को लगता होगा कि सचिन के तमाम रिकॉर्ड्स को देखते हुए उन्हें भगवान कहा जाता है. लेकिन ऐसा नहीं है. उनके भगवान बनने के पीछे एक शानदार कहानी है.
ये कहानी इसलिए भी मौजूं हैं क्योंकि ये टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे से जुड़ी है. इस वक्त भी टीम इंडिया वहां दौरे पर है. वहीं, इस दौरे पर भी विराट कोहली उसी समस्या से जूझ रहे हैं जिससे कभी सचिन तेंदुलकर परेशान थे. लेकिन वो इस परेशानी से निकलकर भगवान कहलाए थे.
जानें 2004 की वो कहानी...
साल 2003-04 में जब टीम इंडिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया गई थी, तब सचिन तेंदुलकर का भी ऐसा ही हाल था, जैसा आज विराट कोहली का है. विराट कोहली की तरह सचिन भी ऑफ स्टंप की गेंद से छेड़छाड़ में अपना विकेट गंवा रहे थे.
उस दौरे पर सचिन ने शुरुआती तीन टेस्ट मैचों में 0, 1, 37,0 और 44 रनों की पारी खेली थी. इसमें हर बार सचिन तेंदुलकर ऑफ स्टंप की गेंद से छेड़छाड़ और कवर ड्राइव खेलने के चक्कर में आउट हुए थे. ऑस्ट्रेलियन मीडिया में सचिन के इस तरह से आउट होने की खबरें छपने लगी थी. कई ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजों को भी ये लगने लगा था कि उन्होंने मास्टर ब्लास्टर की कमजोर नस पकड़ ली है. लेकिन महानता के अपने गुण होते हैं. सचिन के लगातार फ्लॉप होने और उसपर चर्चाओं के बीच आया सिडनी टेस्ट, जो उस सीरीज का चौथा टेस्ट था.
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में एक अभूतपूर्व घटना घटी है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खुद को टीम से बाहर कर दिया है. यह पहली बार है जब किसी भारतीय कप्तान ने बीच सीरीज में ऐसा किया है. इस फैसले ने टीम में अंदरूनी कलह की अटकलों को जन्म दिया है. गौतम गंभीर द्वारा दी गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम की एकता पर जोर देना इस बात का संकेत है कि वास्तव में कुछ गड़बड़ है. क्या यह रोहित शर्मा के टेस्ट करियर का अंत हो सकता है? यह सवाल अब क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया है.
सिडनी टेस्ट में भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा है. कप्तान रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया है. जसप्रीत बुमराह कप्तानी कर रहे हैं. भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी, लेकिन शुरुआत बेहद खराब रही. 57 रन पर तीन विकेट गिर चुके हैं. रोहित शर्मा को खराब फॉर्म के कारण बाहर किया गया है. उन्होंने पिछले तीन टेस्ट की पांच पारियों में सिर्फ 31 रन बनाए थे. शुभमन गिल और केएल राहुल भी आउट हो चुके हैं. विराट कोहली और ऋषभ पंत क्रीज पर हैं.
भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के तहत खेली जा रही सीरीज का आखिरी टेस्ट 3 जनवरी से सिडनी में होगा. यह मुकाबला भारतीय समयानुसार सुबह 5 बजे शुरू होगा, वहीं टॉस 4:30 पर होना है. सूत्रों के अनुसार, रोहित शर्मा इस टेस्ट से बाहर हो सकते हैं. उनकी जगह जसप्रीत बुमराह कप्तानी करते हुए नजर आ सकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट से पहले टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने टीम की अंदरूनी हालात पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ड्रेसिंग रूम का माहौल महत्वपूर्ण है और वहां की बातें बाहर नहीं आनी चाहिए. वहीं, रोहित शर्मा शुक्रवार को होने वाले मैच में खेलेंगे या नहीं इस पर संशय बना हुआ है. देखें वीडियो.