इस जगह छिपा है 'बड़ा खजाना', अरबपतियों के पैसे से शुरू हुई खोज
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दुनिया के मशहूर अरबपति एक खजाने की खोज में पैसे लगा रहे हैं. इस खजाने को दुनिया का भविष्य बताया जा रहा है. खजाने की खोज में 30 जियोलॉजिस्ट्स, जियोफिजिसिस्ट्स, कुक्स, पायलट्स, मैकेनिक्स लगे हुए हैं. ड्रोन्स और हेलीकॉप्टर्स को भी लगाया गया है. ट्रांसमीटर लगे ड्रोन के जरिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड की तलाश की जा रही है.
दुनिया के सबसे अमीर लोगों का एक ग्रुप, एक खजाने की खोज में खूब पैसे लगा रहे हैं. इस लिस्ट में बिल गेट्स, अमेजन के मालिक जेफ बेजोस, बिजनेसमैन और पॉलिटिशियन माइकल ब्लूमबर्ग जैसे अरबपतियों का नाम शामिल है. खजाने की खोज के लिए ट्रांसमीटर लगे हेलीकॉप्टर्स तक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
खजाने की खोज ग्रीनलैंड के पश्चिमी तट पर की जा रही है. ग्रीनलैंड एक स्व-शासित देश है, लेकिन ऊपरी तौर पर उसपर डेनमार्क का कंट्रोल है. वैसे तो यह देश क्षेत्रफल के मामले में दुनिया का 12वां सबसे बड़ा देश है. लेकिन इसके 20 लाख वर्ग किलोमीटर के एरिया में चट्टान और बर्फ हैं.
जलवायु संकट की वजह से ग्रीनलैंड के बर्फीले पहाड़ काफी तेजी से पिघल रहे हैं. सदियों से बर्फ के अंदर दबे कुछ इलाके बाहर आ गए हैं. यह आपदा वैसे इन्वेस्टर्स और माइनिंग कंपनियों के लिए बड़ा अवसर लेकर आया है, जो ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन में मददगार बहुमूल्य पदार्थों की खोज में हैं.
nickel और cobalt का हो सकता है भंडार
बिल गेट्स से लेकर जेफ बेजोस तक कई अरबपतियों को लगता है कि ग्रीनलैंड के डिस्को आइलैंड और नुसुआक पेनिनसुला में मौजूद पहाड़ियों और घाटियों के नीचे बहुमूल्य पदार्थों का भंडार है. इससे अरबों इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ाई जा सकती हैं.
CNN से बातचीत में Kobold Metals के CEO कर्ट हाउस ने कहा- हमलोग एक ऐसे खजाने को ढूंढ रहे हैं जो दुनिया का सबसे बड़ा या दूसरे सबसे बड़ा nickel और cobalt का भंडार होगा.
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