
इधर ट्रंप ने किया 25% टैरिफ का ऐलान, उधर खुलते ही बिखर गया Tata Motors का शेयर, बाजार फिर कन्फ्यूज
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Stock Market में गुरुवार को गिरावट के साथ लाल निशान पर कारोबार की शुरुआत हुई. अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आयतित कारों पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान के बाद इस सेक्टर से जुड़ी भारतीय कंपनियों के शेयर भी धराशायी नजर आए.
शेयर बाजार में (Stock Market) सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को भी शेयर बाजार में ओपनिंग के साथ ही उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. Sensex-Nifty ने गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की और कुछ ही देर में ये ग्रीन में पहुंच गए. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) करीब 200 अंक फिसलकर 77,087.39 के स्तर पर ओपन हुआ, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने भी गिरावट के साथ 23,433.95 के लेवल पर कारोबार की शुरुआत की. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के इंपोर्टेड कारों पर 25% टैरिफ के ऐलान का असर इस सेक्टर से जुड़ी भारतीय कंपनियों पर भी देखने को मिला है. बाजार खुलने के साथ ही Tata Motors का शेयर 6.50% तक फिसल गया.
बाजार ने आज फिर किया कन्फ्यूज शेयर मार्केट में कारोबार की शुरुआत गुरुवार को रेड जोन में हुई, लेकिन ये फिर से कन्फ्यूज करता हुआ नजर आया. BSE Sensex अपने पिछले बंद 77,288.50 के लेवल से करीब 200 अंक की गिरावट के साथ 77,087.39 के लेवल पर खुला, लेकिन कुछ ही मिनटों में ये उछलकर ग्रीन जोन में आ गया और 77,266.09 के स्तर पर ट्रेड करने लगा. वहीं दूसरी ओर NSE Nifty की भी ऐसी ही चाल दिखी और इसने अपने पिछले बंद 23,486.85 की तुलना में फिसलकर 23,433.95 पर कारोबार की शुरुआत की और सेंसेक्स की तरह ही कुछ देर में ये 23,535.50 तक चढ़ गया.
ट्रंप टैरिफ से टाटा मोटर्स का शेयर क्रैश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका में आयतित कारों पर लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ का सबसे बड़ा असर गुरुवार को शेयर मार्केट में कारोबार के दौरान भारतीय ऑटोमोबाइल दिग्गज टाटा मोटर्स के शेयरों पर दिखा और ये खुलने के साथ ही बिखर गया (Tata Motors Share Crash), खबर लिखे जाने तक ये टाटा स्टॉक 6.50 फीसदी फिसलकर 661.10 रुपये पर पहुंच गया था. इसके अलावा ऑटो सेक्टर की महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर भी गिरावट के साथ रेड जोन में ओपन हुआ और 2728.30 रुपये पर ट्रेड करता नजर आया. इसके अलावा आयशर मोटर्स का शेयर भी रेज जोन में खुला और ओपनिंग के साथ ही 1.50% से ज्यादा फिसलकर 5300 रुपये पर आ गया.
1135 शेयरों की हुई खराब शुरुआत गुरुवार को मार्केट ओपन होने के साथ ही शेयर बाजार में मौजूद करीब 1135 कंपनियों के शेयरों ने गिरावट के साथ लाल निशान पर कारोबार की शुरुआत की. वहीं लगभग 1001 कंपनियों के स्टॉक्स ऐसे थे, जो बढ़त के साथ ग्रीन जोन में ओपन हुए. इसके अलावा 130 शेयरों की स्थिति में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला. शुरुआती कारोबार के दौरान सबसे ज्यादा भागने वाले शेयरों में टाटा की कंपनी Trent, L&T, Reliance Industries, ICICI Bank और Titan के शेयर रहे, तो वहीं दूसरी ओर Tata Motors, Asian Paints, Britannia, Dr Reddy's Labs और Tata Steel सबसे ज्यादा बिखरे.
Trump ने किया है ये ऐलान बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ऑटो आयात पर 25 फीसदी का हाई टैरिफ लगाने का ऐलान करने के साथ ही कहा कि अमेरिका उन सभी कारों पर प्रभावी रूप से ये टैरिफ लगाएगा जो देश में नहीं बनी हैं. हालांकि, अगर आप अपनी कार अमेरिका में बनाते हैं तो उस पर कोई टैरिफ लागू नहीं होगा. नया टैरिफ 2 अप्रैल से लागू होने वाला है और इसकी वसूली भी अगले दिन ही यानी 3 अप्रैल से होनी शुरू हो जाएगी.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

शेयर बाजार में पिछले एक हफ्ते में 27,00,000 करोड़ रुपए का उछाल आया है, जो पाकिस्तान की कुल अर्थव्यवस्था के लगभग बराबर है. 4 मार्च से 25 मार्च तक सेंसेक्स में 5000 पॉइंट्स की बढ़ोतरी हुई. इस उछाल के पीछे डॉलर के मुकाबले रुपए का मजबूत होना, विदेशी निवेश में वृद्धि, अर्थव्यवस्था का बेहतर प्रदर्शन, महंगाई दर का स्थिर होना और पॉज़िटिव मार्केट सेंटीमेंट हैं.

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, मगंलवार की शाम को 24 कैरेट का शुद्ध सोना 87751 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज (बुधवार) सुबह महंगा होकर 87798 रुपये पहुंच गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना और चांदी की कीमत में उछाल आया है. इससे पहले पिछले हफ्ते गुरुवार को सोने की कीमत में इजाफा हुआ था.

Ceinsys 2 खास सेगमेंट जियोस्पेशियल और ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग में है. जियोस्पेशियल का मतलब है वह काम जो गूगल मैप्स, ड्रोन कैप्चर, सैटेलाइट इमेजरी और बहुत कुछ जैसी चीजों के पीछे होता है, जबकि ऑटोमोटिव का मतलब है मुख्य रूप से ग्लोबल स्तर पर टॉप पायदान वाले ऑटो क्लाइंट के लिए डिजाइन का काम करता होता है.