UP: आईएएस की पत्नी ने मांगी इच्छा मृत्यु की इजाजत, जानें क्या है पूरा मामला
AajTak
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक युवती ने गुजरात कैडर के आईएएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. युवती का कहना है कि आईएएस गौरव दहिया ने उसके साथ दुष्कर्म कर उसके अश्लील वीडियो बनाएं और ब्लैकमेलिंग कर उसके साथ शादी की है, जबकि वह पहले से शादीशुदा था.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक युवती ने गुजरात कैडर के आईएएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. युवती का कहना है कि आईएएस गौरव दहिया ने उसके साथ दुष्कर्म कर उसके अश्लील वीडियो बनाएं और ब्लैकमेलिंग कर उसके साथ शादी की है, जबकि वह पहले से शादीशुदा था. युवती का कहना है कि उसकी जो बच्ची है वह आईएएस गौरव की है और उसके लिए वह डीएनए जांच कराने को तैयार है. युवती ने भारत के राष्ट्रपति को एक पत्र भी लिखा है जिस पर उसने न्याय न मिलने पर इच्छा मृत्यु की भी मांग की है. फिलहाल थाना अतरौली पुलिस मामले की जांच कर रही है. दरअसल, अलीगढ़ की रहने वाली युवती ने नेपाल के नेशनल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था. वर्ष 2017 में युवती जब अपनी नानी के घर अतरौली में थी तब उनके पास फेसबुक मैसेंजर के जरिए एक मैसेज आया. मैसेज भेजने वाले ने उसे एक फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. मैसेज भेजने वाले का नाम गौरव दहिया था क्योंकि गौरव दहिया और युवती के कुछ फेसबुक पर म्यूच्ल फ्रेंड थे. इस वजह से युवती ने उनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को हिंदू पूजा स्थल होने की याचिका कोर्ट में दायर की थी. याचिका पर बुधवार को अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन मनमोहन चंदेल की कोर्ट ने सुनवाई की. इस दौरान वादी विष्णु गुप्ता के वाद पर न्यायाधीश मनमोहन चंदेल ने संज्ञान लेते हुए दरगाह कमेटी ,अल्पसंख्यक मामलात व एएसआई को समन नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी , वरना एकनाथ शिंदे यूं ही नहीं छोड़ने वाले थे महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी का मोह. जिस तरह एकनाथ शिंदे ने सीएम पद के लिए अचानक आज सरेंडर किया वह यू्ं ही नहीं है. उसके पीछे उनकी 3 राजनीतिक मजबूरियां तो स्पष्ट दिखाई देती हैं. यह अच्छा है कि समय रहते ही उन्होंने अपना भविष्य देख लिया.
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) सरकार ने कार्यालय में 45 दिन पूरे कर लिए हैं, मुख्यमंत्री, मंत्री अभी भी अपने अधिकार, विभिन्न विभागों के कामकाज के संचालन के लिए निर्णय लेने की शक्तियों से अनभिज्ञ हैं, शासन की संरचना पर स्पष्टता लाने के लिए, गृह मंत्रालय जल्द ही जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार की शक्तियों को परिभाषित करेगा.