
Trump tariff: आपदा में अवसर... इन दो सेक्टर्स की तो निकल पड़ी, अब भारत को दिखाना है दम!
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Donald Trump ने भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया है और देश पर 27 फीसदी टैरिफ लगाया है. इसका कुछ सेक्टर्स पर दबाव देखने को मिल सकता है, तो वहीं कई क्षेत्रों में भारत को फायदा भी मिल सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) का ऐलान कर दिया है और उन्होंने इस दिन को लिब्रेशन डे का नाम दिया है. नए टैरिफ रेट के मुताबिक, अमेरिका चीन से 34%, यूरोपीय संघ से 20% जापान से 24% और भारत से 27% टैरिफ वसूलेगा. अगर भारत पर इसके असर को देखें, तो जहां कुछ सेक्टर्स पर दबाव देखने को मिल सकता है, तो वहीं कुछ सेक्टर्स की टैरिफ के बाद भी बल्ले-बल्ले हो सकती है. इनमें खासतौर पर टेक्सटाइल-गारमेंट और फार्मा सेक्टर शामिल हैं, जिन्हें तगड़ा बूम मिल सकता है.
क्यों भारत को इन सेक्टर्स में फायदा? सबसे पहले बताते हैं कि आखिर क्यों टेक्सटाइल्स समेत कुछ सेक्टर्स को अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ के बावजूद फायदा पहुंच सकता है? तो बता दें कि अमेरिका दुनिया के कई देशों के साथ ट्रेड करता है और Trump Tariff को देखें, तो चीन, वियतनाम समेत कई देश ऐसे हैं, जिनपर भारत की तुलना में अधिक टैरिफ लगाया गया है. ऐसे में इन देशों से आयात भारत की तुलना में महंगा होने वाला है और इसका फायदा भारतीय कंपनियों को कारोबार में इजाफे के तौर पर मिल सकता है.
अमेरिका में भारतीय कपड़ों की खूब डिमांड US Reciprocal Tariff के बावजूद भारत के टेक्सटाइल सेक्टर के बड़े अवसर नजर आ रहे हैं. भारतीय कपड़ों का फिलहाल सबसे बड़ा खरीदार अमेरिका ही है और इस सेक्टर पर टैरिफ का दबाव देखने को मिलेगा, लेकिन आपदा में अवसर वाली कहावत इस सेक्टर में पूरी होती भी नजर आ सकती है. इसे आंकड़ों से समझें, तो 2023-24 में भारत से कुल लगभग 36 अरब डॉलर (करीब 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) के कपड़ा निर्यात में अमेरिका का हिस्सा लगभग 28 फीसदी या 10 अरब डॉलर (करीब 85,600 करोड़ रुपये) रहा था.
इस सेक्टर में लगातार इजाफा देखने को मिला है. साल 2016-17 और 2017-18 में भारत से कुल कपड़ा निर्यात में अमेरिकी हिस्सा 21 फीसदी से, साल 2019-20 में 25 फीसदी हुआ और 2022-23 में 29 फीसदी तक पहुंच गया था. रिपोर्ट की मानें तो भारत से कालीनों का 58%, अन्य निर्मित वस्त्रों का 50%, लेमिनेटेड वस्त्रों का 44% और बुने व गैर-बुने हुए कपड़ों के निर्यात का करीब 33% हिस्सा अमेरिका का था.
चीन, वियतनाम और बांग्लादेश रेस में आगे हालांकि, अमेरिका में कपड़ा आयात में भारतीय हिस्सेदारी चीन, वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों की तुलना में बेहद कम है. साल 2024 में अमेरिका में कपड़ा आयात में भारत की हिस्सेदारी महज 6 फीसदी थी, जबकि चीन की हिस्सेदारी 21 फीसदी, वियतनाम की 19 फीसदी और बांग्लादेश की हिस्सेदारी 9 फीसदी थी.

वेंचर कैपिटलिस्ट और कारोबारी चमथ पालीहापतिया कहते हैं कि भले ही यह मीम्स के लिए कंटेंट हो, लेकिन पेंगुइन द्वीपों पर टैरिफ ( Trump Tariff on Penguin Islands) बिना किसी तर्क के नहीं हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)ने हर्ड और मैकडोनाल्ड द्वीपों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जो दक्षिणी महासागर में स्थित ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र हैं.