Sri Lanka economic crisis: अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका में भारी आर्थिक संकट के बीच सरकार पर बोला हमला
AajTak
श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंकाई सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने सरकार से इस्तीफे की मांग की है.
श्रीलंका में मौजूदा हालात और सरकार की नाकामी को लेकर चारों तरफ आलोचना हो रही है. श्रीलंका के विश्व विजेता कप्तान और पूर्व पर्यटन और उड्डयन मंत्री अर्जुन रणतुंगा ने भी श्रीलंका सरकार के फैसलों पर जमकर हमला बोला है. 58 साल के रणतुंगा ने हाल ही में यूनाइटेड नेशनल पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
1996 विश्व कप विजेता कप्तान रणतुंगा ने सरकार पर मौजूदा हालात को लेकर सीधा हमला बोलते हुए 'आजतक' से कहा, 'अगर वह आर्थिक संकट को ठीक से हैंडल नहीं कर सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.' उन्होंने कहा कि श्रीलंका में मौजूदा हालात में हर जगह समस्या है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि श्रीलका की सरकार घमंडी की तरह बर्ताव कर रही है.
पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने श्रीलंकाई सरकार के काम-काज पर सवाल उठाते हुए कहा, 'हमने हर जगह से लोन ले रखा है.' श्रीलंका में हो रहे हिंसात्मक प्रोटेस्ट को लेकर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया जताई. उन्होंने कहा, 'सरकार के पास इतनी शक्ति है कि वह प्रोटेस्ट में आसामाजिक तत्वों को भेजकर हिंसा फैला सके.'
भारत सरकार श्रीलंका को हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश में लगा हुआ है, अर्जुन रणतुंगा ने भारत के द्वारा पहुंचाई जा रही मदद को लेकर भारत की सराहना भी की. उन्होंने कहा, 'भारत इस संकट के दौर में काफी मददगार रहा है. भारत ने जब मैं मंत्री था, तब भी श्रीलंका की काफी मदद की थी, लेकिन आप यहां की सरकार पर बिल्कुल भरोसा नहीं कर सकते हैं.'
इससे पहले श्रीलंकाई पूर्व क्रिकेटर महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा, सनथ जयसूर्या के अलावा भानुका राजपक्षे, दशुन जैसे मौजूदा श्रीलंकाई क्रिकेटर सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं.
भारी आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका में बिजली की भारी कटौती हो रही है, श्रीलंका के महान कप्तानों में से एक अर्जुन रणतुंगा ने बिजली को कमी को लेकर भी बताया कि उनके घर में भी मौजूदा वक्त में बिजली नहीं है.
IPL 2025 Mega Auction: सऊदी अरब के जेद्दा में 24 और 25 नवंबर को होने वाले IPL 2025 के मेगा ऑक्शन के लिए 1574 खिलाड़ियों ने रजिस्टर्ड किया था. इनमें से एक हजार खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है. अब सिर्फ 574 प्लेयर्स पर बोली लगेगी. इस बार सभी 10 टीमों के पर्स में कुल 641 करोड़ रुपये बाकी हैं. जबकि इन सभी टीमों को कुल 204 खिलाड़ी खरीदने हैं.