results.eci.gov.in, Vidhan Sabha Election Results on ECI Website: चुनाव आयोग की वेबसाइट पर कौन आगे, कौन पीछे? देखें जम्मू-कश्मीर और हरियाणा चुनाव रिजल्ट
AajTak
Jammu-Kashmir and Haryana Vidhan Sabha Election Result 2024, results.eci.gov.in: अगर आप भी जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव नतीजे डायरेक्ट चेक करना चाहते हैं तो चुनाव आयोग यानी इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों की 90-90 सीटों पर सुबह 8 बजे से काउंटिंग जारी है. जम्मू कश्मीर में इस बार तीन चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं. 1 अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों पर आखिरी चरण को वोटिंग पूरी हुई. इससे पहले 18 सितंबर को पहले और 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान हुआ था. जबकि हरियाणा में एक ही फेज में सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोट डाले गए. आज, 8 अक्टूबर को दोनों राज्यों में हुए चुनावों के नतीजे आएंगे.
Jammu Kashmir-Haryana Assembly Election Results on ECI website
अगर आप भी जम्मू कश्मीर-हरियाणा के नतीजे चेक करना चाहते हैं तो चुनाव आयोग यानी इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर भी चेक कर सकते हैं. चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट results.eci.gov.in पर जाकर हर सीट के नतीजे चेक किए जा सकते हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे देखने के लिए Haryana Assembly Constituencies और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे देखने के लिए Jammu Kashmir Assembly Constituencies पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आप राज्य का Constituency Wise Results चेक करना है तो आपको राज्य की Constituency सलेक्ट करनी होगी. आपको यहां तय सीट पर खड़े हर उम्मीदवार को मिले वोटों की जानकारी मिल जाएगी.
ये है पूरा प्रॉसेस
1. चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट https://results.eci.gov.in/ पर जाएं.
2. Haryana Assembly Constituencies या Jammu Kashmir Assembly Constituencies पर क्लिक करें.
NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को हिंदू पूजा स्थल होने की याचिका कोर्ट में दायर की थी. याचिका पर बुधवार को अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन मनमोहन चंदेल की कोर्ट ने सुनवाई की. इस दौरान वादी विष्णु गुप्ता के वाद पर न्यायाधीश मनमोहन चंदेल ने संज्ञान लेते हुए दरगाह कमेटी ,अल्पसंख्यक मामलात व एएसआई को समन नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी , वरना एकनाथ शिंदे यूं ही नहीं छोड़ने वाले थे महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी का मोह. जिस तरह एकनाथ शिंदे ने सीएम पद के लिए अचानक आज सरेंडर किया वह यू्ं ही नहीं है. उसके पीछे उनकी 3 राजनीतिक मजबूरियां तो स्पष्ट दिखाई देती हैं. यह अच्छा है कि समय रहते ही उन्होंने अपना भविष्य देख लिया.
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) सरकार ने कार्यालय में 45 दिन पूरे कर लिए हैं, मुख्यमंत्री, मंत्री अभी भी अपने अधिकार, विभिन्न विभागों के कामकाज के संचालन के लिए निर्णय लेने की शक्तियों से अनभिज्ञ हैं, शासन की संरचना पर स्पष्टता लाने के लिए, गृह मंत्रालय जल्द ही जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार की शक्तियों को परिभाषित करेगा.