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Ravichandran Ashwin: 4 ओवर में सिर्फ 8 रन, साउथ अफ्रीका के खिलाफ बिना विकेट लिए भी छा गए रविचंद्रन अश्विन
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टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ कमाल की बॉलिंग की. 4 ओवर के स्पेल में अश्विन को एक भी विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने यहां 16 डॉट बॉल फेंकी. इस दमदार स्पेल की वजह से अफ्रीकी टीम काफी दबाव में रही.
तिरुवनन्तपुरम में बुधवार को भारत ने टी-20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 8 विकेट से मात दी. इस मैच में टीम इंडिया के बॉलर्स ने कमाल किया और साउथ अफ्रीका को सिर्फ 106 के स्कोर पर रोक दिया. बाद में भारत ने 2 विकेट खोकर ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया. टीम इंडिया के बॉलर्स को विकेट मिले, लेकिन मैच में एक भी विकेट ना लेने वाले रविचंद्रन अश्विन भी छा गए. ऐसा क्यों है, चलिए जानते हैं...
4 ओवर का शानदार स्पेल रविचंद्रन अश्विन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में 4 ओवर फेंके. इसमें उन्होंने सिर्फ 8 ही रन दिए, जिसमें एक ओवर मेडन भी शामिल था. रविचंद्रन अश्विन को कोई भी विकेट नहीं मिला, लेकिन अपने कोटे की 24 बॉल में से उन्होंने 16 तो डॉट बॉल ही फेंक दी, जिसकी वजह से साउथ अफ्रीकी टीम पर काफी दबाव बना. शुरुआत में लगे झटकों के बाद साउथ अफ्रीका जब उबरने की कोशिश कर रही थी, उस वक्त रविचंद्रन अश्विन ने अपने दमदार स्पेल से उसपर और भी दबाव डाल दिया. टी-20 क्रिकेट में लगातार रन रोकना काफी मुश्किल होता है, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने बार-बार कई मौकों पर ऐसा करके दिखाया है. बुधवार का मैच भी कुछ ऐसा ही रहा.
क्लिक करें: मुश्किल पिच पर टीम इंडिया ने दिखाया दम, अफ्रीका को 8 विकेट से रौंद सीरीज में बनाई बढ़त वर्ल्डकप में काम आएगा अनुभव आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद रविचंद्रन अश्विन ने टीम इंडिया की टी-20 टीम में अपनी जगह बनाई थी. हर कोई जानता है कि रविचंद्रन अश्विन अपनी बॉलिंग के पीछे काफी दिमाग लगाते हैं और बल्लेबाजों को अपनी रणनीति के दमपर मात देने का माद्दा रखते हैं. टीम इंडिया अब जब टी-20 वर्ल्डकप के लिए तैयार है, रवींद्र जडेजा चोटिल हैं और युजवेंद्र चहल खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. तब टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया में रविचंद्रन अश्विन का अनुभव काम आ सकता है, जो अपनी हर एक बॉल के पीछे काफी सोच-विचार करते हैं. टी-20 वर्ल्डकप के लिए भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप-कप्तान), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, दीपक हुड्डा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, आर. अश्विन, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह.
स्टैंडबाय खिलाड़ी: मोहम्मद शमी, श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई, दीपक चाहर.
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