
Pakistan TTP Conflict: इमरान खान की पार्टी क्यों कर रही तालिबान पर कार्रवाई का विरोध? देखें रिपोर्ट
AajTak
पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी ने सेना और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बलूचिस्तान में हुए हमले के बाद सेना तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान पर कार्रवाई करना चाहती है, लेकिन इमरान की पार्टी इसका विरोध कर रही है. इमरान खान की तालिबान के प्रति सहानुभूति सेना के लिए सिरदर्द बन गई है.

मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि उनके खैबर पख्तूनख्वा में अभी भी “गुड तालिबान” मौजूद हैं, जबकि इस महीने की शुरुआत में बन्नू कैंटोनमेंट पर हमला “बैड तालिबान” द्वारा किया गया था. पाकिस्तान सेना और सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान जिस सुरक्षा समस्या का सामना कर रहा है, उसका समाधान ऑपरेशन नहीं है.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर मंगलवार को 286 दिन बाद पृथ्वी पर लौटे. उनकी यह यात्रा केवल आठ दिनों की होनी थी, लेकिन उनके स्पेसक्राफ्ट में आई तकनीकी खराबी के कारण यह लंबी हो गई. नासा के प्रवक्ता जिमी रसेल ने बताया कि अंतरिक्ष में रहते हुए भी ये सरकारी कर्मचारी माने जाते हैं और उनकी यात्रा को आधिकारिक यात्रा आदेश के रूप में गिना जाता है.

एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में गंडापुर ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में अब तक 9,500 से 11,500 आतंकवादी घुसपैठ कर चुके हैं, जबकि इससे दोगुनी संख्या में आतंकवादी सीमा पार मौजूद हो सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि सैन्य अभियान इस समस्या का हल नहीं है और इसे सिर्फ बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है.