
'जितने आतंकी मारे जाते हैं उससे ज्यादा अफगान से आ रहे, नहीं चलाने देंगे ऑपरेशन', पाकिस्तान आर्मी की मार-काट से तंग आ चुके CM ने किया ऐलान
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मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि उनके खैबर पख्तूनख्वा में अभी भी “गुड तालिबान” मौजूद हैं, जबकि इस महीने की शुरुआत में बन्नू कैंटोनमेंट पर हमला “बैड तालिबान” द्वारा किया गया था. पाकिस्तान सेना और सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान जिस सुरक्षा समस्या का सामना कर रहा है, उसका समाधान ऑपरेशन नहीं है.
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने पाकिस्तान सेना और सरकार की नीतियों का खुलकर विरोध किया है. सीएम गंडापुर ने कहा है कि वे अब पाकिस्तान आर्मी को खैबर पख्तूनख्वा में किसी भी तरह के मिलिट्री ऑपरेशन की इजाजत नहीं देंगे.
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के नेता मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने अपने फैसले की वजह भी बताई है. मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना जितने आतंकी मारती है उससे ज्यादा आतंकी अफगानिस्तान से पाकिस्तान घुस आते हैं.
एक निजी टीवी चैनल के साथ इंटरव्यू में गंडापुर ने कहा कि उनकी सरकार खैबर पख्तूनख्वा में आर्मी को किसी भी तरह की मिलिट्री ऑपरेशन चलाने की अनुमति नहीं देगी. क्योंकि जितने आतंकवादी मारे जाते हैं उतने ही अफगानिस्तान से बॉर्डर पारकर खैबर पख्तूनख्वा में घुस जाते हैं.
जितने दहशतगर्द मरते हैं, उससे ज्यादा अफगान से आ जाते हैं
गंडापुर ने कहा कि अनुमान है कि 9,500 से 11,500 आतंकवादी पहले ही उनके इलाकों में घुस चुके हैं, जबकि सीमा पार इससे दोगुने आतंकवादी मौजूद हो सकते हैं. उन्होंने पाकिस्तान सरकार और पाक आर्मी की नीतियों पर सीधा-सीधा सवाल उठाते हुए कहा, "आज पाकिस्तान जिस सुरक्षा समस्या का सामना कर रहा है, उसका समाधान ऑपरेशन नहीं है."
उन्होंने कहा कि अगर जनता उनके साथ खड़ी रहे और उनकी नीयत साफ रहे तो वे स्थिति से निपटने में सक्षम होंगे.

मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि उनके खैबर पख्तूनख्वा में अभी भी “गुड तालिबान” मौजूद हैं, जबकि इस महीने की शुरुआत में बन्नू कैंटोनमेंट पर हमला “बैड तालिबान” द्वारा किया गया था. पाकिस्तान सेना और सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तान जिस सुरक्षा समस्या का सामना कर रहा है, उसका समाधान ऑपरेशन नहीं है.

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एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में गंडापुर ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा में अब तक 9,500 से 11,500 आतंकवादी घुसपैठ कर चुके हैं, जबकि इससे दोगुनी संख्या में आतंकवादी सीमा पार मौजूद हो सकते हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि सैन्य अभियान इस समस्या का हल नहीं है और इसे सिर्फ बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जा सकता है.