
Debut of the Don: ब्रैडमैन का डेब्यू क्यों नहीं यादगार..? 94 साल पहले मिला जख्म अब तक नहीं भरा
AajTak
ऑस्ट्रेलिया को 94 साल पहले ऐसा जख्म मिला, जो आज भी हरा है. उसे अपने प्रबल प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड से ऐसी हार मिली, जो रिकॉर्ड बुक में अब तक सबसे ऊपर दर्ज है. वह क्रिकेट की दुनिया के महानतम बल्लेबाज सर डोनाल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन का पदार्पण टेस्ट था.
Debut of the Don: आज ही के दिन (30 नंवबर) 1928 में सर डॉन जॉर्ज ब्रैडमैन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकट में कदम रखा था. डॉन के लिए वह डेब्यू टेस्ट तो यादगार नहीं रहा, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए उस टेस्ट के दौरान एक ऐसा रिकॉर्ड बना जो आज भी बरकरार है . अपने डेब्यू टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सातवें नंबर पर उतरे डॉन ब्रैडमैन ने पहली पारी में 18 रन बनाए. जबकि दूसरी पारी में छठे नंबर पर 1 रन ही बना पाए. इंग्लैंड ने उस ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को करारी शिकस्त दी थी.
दरअसल. ऑस्ट्रेलिया को 94 साल पहले ऐसा जख्म मिला, जो आज भी हरा है. उसे अपने प्रबल प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड से ऐसी हार मिली, जो रिकॉर्ड बुक में अब तक सबसे ऊपर दर्ज है. अंग्रेजों ने वह मैच 675 रनों से जीता. दिलचस्प है कि टेस्ट मैच में सर्वाधिक रनों की जीत के मामले में आज भी यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 1934 में इंग्लैंड को 562 रनों से हराया, लेकिन 675 रनों का आंकड़ा आज भी उससे दूर है.
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हार (रनों से)
डॉन ने 20 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था. मजे की बात यह है कि उनके साथ डेब्यू कर रहे ब्रेट आइरनमॉन्गर 46 साल के थे. आइरनमॉन्गर उस वक्त ऑस्ट्रेलिया की ओर से टेस्ट पदार्पण करने वाले सबसे बजुर्ग खिलाड़ी थे.
100 का एवरेज पाने से चूक गए थे डॉन
आखिरी टेस्ट पारी में अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रनों की जरूरत थी. इंग्लैंड के विरुद्ध उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ब्रैडमैन दूसरी ही गेंद खेलते हुए बोल्ड हो गए. उनका वह ड्रीम विकेट इंग्लिश लेगब्रेक गुगली बॉलर एरिक होलीज को मिला. ब्रैडमैन टेस्ट करियर में 7000 रन बनाने से भी चूक गए. आखिरकार 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन के साथ उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा था.

चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड का महामुकाबला दुबई में होने जा रहा है. दोनों टीमें सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं, लेकिन इस मैच का नतीजा ग्रुप टॉपर तय करेगा. भारत के लिए यह मैच बड़ा टेस्ट होगा क्योंकि न्यूजीलैंड मजबूत प्रतिद्वंद्वी है. दोनों टीमों के पास अच्छे स्पिनर हैं जो दुबई की पिच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.

भारतीय टीम और न्यूजीलैंड ने अपने शुरुआती दोनों मुकाबले जीतकर आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है. जबकि इसी ग्रुप-ए में शामिल मेजबान पाकिस्तान और बांग्लादेश टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. अब भारतीय टीम को ग्रुप स्टेज में अपना आखिरी मुकाबला 2 मार्च को खेलना है. यह आखिरी मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ होगा.