Aaj Ki Taza Khabar: पढ़ें 21 दिसंबर 2024 की शाम की टॉप खबरें और अन्य समाचार
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अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. इसी बीच किसानों ने खनौरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि सांसदों की धक्कामुक्की दिल्ली में हुई, तो वहां सभी हालचाल पूछने जा रहे हैं, लेकिन यहां सीनियर किसान नेता 26 दिन से आमरण अनशन पर हैं, लेकिन सरकार ने कोई सुध-बुध नहीं ली. वहीं, कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो स्थानीय लोगों अब्दुल्ला अल बैरन और अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ से मुलाकात की. ये वही लोग हैं जिन्होंने भारतीय महाकाव्य रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करके प्रकाशित किया है.
अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. इसी बीच किसानों ने खनौरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि सांसदों की धक्कामुक्की दिल्ली में हुई, तो वहां सभी हालचाल पूछने जा रहे हैं, लेकिन यहां सीनियर किसान नेता 26 दिन से आमरण अनशन पर हैं, लेकिन सरकार ने कोई सुध-बुध नहीं ली. वहीं, कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो स्थानीय लोगों अब्दुल्ला अल बैरन और अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ से मुलाकात की. ये वही लोग हैं जिन्होंने भारतीय महाकाव्य रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करके प्रकाशित किया है. पढ़िए शनिवार शाम की 5 बड़ी खबरें...
'अगर डल्लेवाल को यहां से उठाया तो...', आमरण अनशन के 26वें दिन खनौरी बॉर्डर से किसानों की चेतावनी अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. इसी बीच किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन आज 26वें दिन भी जारी है. गुरुवार के दिन डल्लेवाल नहाने के बाद बेहोश हो गए थे, तभी से उनका ब्लड प्रेशर सही नहीं है. डल्लेवाल ने आज किसी से मुलाकात नहीं की. लेकिन उन्होंने एक मैसेज दिया है. सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के हेडक्वार्टर में तैनात फोर्स को खनौरी बॉर्डर के लिए भेजा जा रहा है, सांसदों की धक्कामुक्की दिल्ली में हुई, तो वहां सभी हालचाल पूछने जा रहे हैं, लेकिन यहां सीनियर किसान नेता 26 दिन से आमरण अनशन पर हैं, लेकिन सरकार ने कोई सुध-बुध नहीं ली.
चुनाव नियमों में सरकार ने किया बदलाव, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड नहीं मांग सकेंगे आम लोग
सरकार ने सीसीटीवी कैमरा और वेबकास्टिंग फुटेज के साथ-साथ उम्मीदवारों की वीडियो रिकॉर्डिंग जैसे कुछ इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों के सार्वजनिक निरीक्षण को रोकने के लिए चुनाव नियम में बदलाव किया है, ताकि उनका दुरुपयोग रोका जा सके. चुनाव आयोग (ईसी) की सिफारिश के आधार पर केंद्रीय कानून मंत्रालय ने शुक्रवार को चुनाव संचालन नियम, 1961 के नियम 93(2)(ए) में संशोधन किया, ताकि सार्वजनिक निरीक्षण के लिए कागजातों या दस्तावेजों के प्रकार को प्रतिबंधित किया जा सके. अब से चुनाव से संबंधित सभी दस्तावेज जनता के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
पहले न्यूक्लियर फोर्स के चीफ की हत्या, फिर ड्रोन अटैक से दिला दी 9/11 की याद! पुतिन को चोट पर चोट दे रहा यूक्रेन
व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी, 2022 को जब यूक्रेन में रूसी सेना के स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया होगा तो नहीं सोचा होगा कि साढ़े 3 करोड़ की आबादी वाले देश को हराना उनके लिए इतनी बड़ी चुनौती होगी. दो महीने बाद रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन वर्ष पूरे हो जाएंगे. लेकिन रूस अब भी यूक्रेन को हरा नहीं सका है. इसके उलट वलोदिमीर जेलेंस्की के नेतृत्व में यूक्रेन, पुतिन और उनके देश को आए दिन नए-नए जख्म दे रहा है, चोट पर चोट किए जा रहा है. ताजा मामला कजान शहर का है, जहां यूक्रेन ने 9/11 की तरह रिहायशी इमारतों पर किलर ड्रोन से कम से कम आठ अटैक किए, जिसने रूस के एयर डिफेंस सिस्टम की कलई खोल दी है.
केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने अरविंद केजरीवाल पर शराब घोटाले में सफाई न देने का आरोप लगाया है. मल्होत्रा का कहना है कि आम आदमी पार्टी रोहिंग्या समुदाय को विशेष सुविधाएं देकर दिल्लीवासियों का हक छीन रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि रोहिंग्या को दिल्ली से बाहर निकाला जाना चाहिए और इससे चुनावी फायदा उठाना बंद होना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस शीतकालीन सत्र में 17 विधेयक पास किए गए हैं. साथ ही महाराष्ट्र विशेष जनसुरक्षा विधेयक को संयुक्त अनुसंधान समिति को भेजा गया है. यह विधेयक शहरी नक्सलवाद और उनके मोर्चा संगठनों से निपटने के लिए प्रस्तावित है. फडणवीस ने कहा कि अन्य राज्यों ने भी इस तरह के खतरे से निपटने के लिए ऐसे कानून बनाए हैं.
राजस्थान के जयपुर में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता बेरोजगारी और संविधान से जुड़े मुद्दों पर प्रदर्शन कर रहे थे, जब पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज और पानी की बौछार की. इस प्रदर्शन का मुख्य कारण अंबेडकर पर अमित शाह की कथित टिप्पणी थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने पर बल का प्रयोग किया.
अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. इसी बीच किसानों ने खनौरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि सांसदों की धक्कामुक्की दिल्ली में हुई, तो वहां सभी हालचाल पूछने जा रहे हैं, लेकिन यहां सीनियर किसान नेता 26 दिन से आमरण अनशन पर हैं, लेकिन सरकार ने कोई सुध-बुध नहीं ली. वहीं, कुवैत पहुंचने के तुरंत बाद शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो स्थानीय लोगों अब्दुल्ला अल बैरन और अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ से मुलाकात की. ये वही लोग हैं जिन्होंने भारतीय महाकाव्य रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद करके प्रकाशित किया है.