
25 साल पहले जब भारतीय खिलाड़ियों पर फूटा था दर्शकों का गुस्सा, रोने लगे थे कांबली
AajTak
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 13 मार्च 1996 को बदनुमा दाग दे जाने वाले दिन के तौर पर हमेशा याद किया जाता रहेगा. ये एक ऐसा दिन था जिसे भारतीय क्रिकेट का कोई भी फैन याद नहीं रखना चाहेगा.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 13 मार्च 1996 को बदनुमा दाग दे जाने वाले दिन के तौर पर हमेशा याद किया जाता रहेगा. ये एक ऐसा दिन था जिसे भारतीय क्रिकेट का कोई भी फैन याद नहीं रखना चाहेगा. 25 साल पहले इसी दिन भारत और श्रीलंका की टीमों के बीच वर्ल्ड कप के सेमिफाइनल हुआ था. इस सेमीफाइनल मैच के बारे में सोचने पर अब भी नाराज प्रशंसकों और आंसुओं से भरे विनोद कांबली के चेहरे की याद जेहन में ताजा हो जाती है. भारतीय बल्लेबाजी के ढहने के बाद दर्शक अनियंत्रित हो गए थे और उनके बुरे बर्ताव के कारण मैच पूरा नहीं हो सका और इसे श्रीलंका के नाम कर दिया गया. (Photo- Getty Images) भारतीय टीम 252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 98 रन पर एक विकेट गंवाकर अच्छी स्थिति में थी, लेकिन सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद टीम का बल्लेबाजी क्रम ढह गया और उसका स्कोर आठ विकेट पर 120 रन हो गया.
चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी स्वदेश लौट आए हैं. कप्तान रोहित शर्मा और श्रेयस मुंबई, गौतम गंभीर और हर्षित राणा दिल्ली, वरुण चक्रवर्ती और रविंद्र जडेजा चेन्नई, अक्षर पटेल अहमदाबाद पहुंचे. हर जगह फैंस ने खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया. एयरपोर्ट के बाहर फैंस का जमावड़ा देखने को मिला. देखें Video.

इंदौर के महू में टीम इंडिया की चैंपियंस ट्रॉफी जीत का जश्न हिंसा में बदल गया. जामा मस्जिद के पास से निकले जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई, जिसमें पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं शामिल थीं. कई दुकानें और वाहन जला दिए गए. पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.