25 साल पहले कहां था भारत और कैसा था पाकिस्तान का हाल... आज कहां हैं? ये सबूत
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Indian Economy Growth: भारतीय अर्थव्यवस्था ने बीते 25 सालों में तेज रफ्तार पकड़ी है और फिलहाल दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक ने इंडियन इकोनॉमी की सराहना की है और 2030 तक इसके तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद जताई है.
भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मना रहा है. कर्तव्य पथ पर परेड में भारत के हर क्षेत्र में बढ़ते कदमों की झलक देखने को मिली है. बात करें सिर्फ बीते 25 सालों की, तो इस अवधि में भारत की इकोनॉमी में बड़ा बदलाव देखने को मिला है और ये दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रही है. देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में बढ़ोतरी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि India's GDP (PPP) का साइज साल 2000 में 2.2 ट्रिलियन डॉलर था, जो अब 17 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है.
आंकड़ों में देखें क्या आया बदलाव? वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स (World Of Statistics) ने अपने ट्विटर (अब X) हैंडल पर देश की जीडीपी करेंट प्राइस (पीपीपी) में आए बदलाव के आंकड़े शेयर किए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, साल 2000 में 2.2 ट्रिलियन डॉलर की तुलना में ये आंकड़ा अब साल 2025 में बढ़कर 17.36 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच चुका है. यहां बता दें कि PPP यानी क्रय शक्ति समानता का इस्तेमाल इकोनॉमी में एकसमान वस्तुओं की कीमत के स्तर की तुलना करने के लिए किया जाता है. इस मामले में भारत ने लंबी छलांग लगाई है.
GDP, current prices (PPP) 2000 🇮🇳 India: $2.02 trillion 🇵🇰 Pakistan: $390 billion 2025 🇮🇳 India: $17.36 trillion 🇵🇰 Pakistan: $1.66 trillion
गौरतलब है कि GDP और PPP के बीच सबसे बड़ा अंतक ये होता है कि जीडीपी महंगाई के असर के लिए समायोजित नहीं किया जाता है और यह वर्तमान बाजार कीमतों पर होता है, तो वहीं पीपीपी में जीडीपी के क्रय शक्ति समता दरों का इस्तेमाल करके डॉलर में परिवर्तित किया जाता है और कुल जनसंख्या से विभाजित किया जाता है.
भारत जल्द बनेगा तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी! भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार की वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक और तमाम वैश्विक एजेंसियों ने सराहना की है और इसके जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी (World's Third Largest Economy) बनने की उम्मीद जताई है. IMF ने अक्टूबर 2024 में जारी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत अभी पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और साल 2023 तक ये तीसरी बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इसके अलावा S&P Global ने भी ये अनुमान जाहिर किया है. वहीं IMF की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) का मानना है कि भारत ये कमाल 2027 में ही कर सकता है.
पाकिस्तान तब कहां और अब कहां? वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने न केवल भारत के वृद्धि के आंकड़े शेयर किए हैं, बल्कि अपनी सोशल मीडिया (Social Media) पोस्ट में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का डाटा भी शेयर किया है. इन्हें देखें, तो 25 साल पहले Pakistan का जीडीपी, करेंट प्राइस (पीपीपी) 390 अरब डॉलर था, जो इन 25 सालों में अब तक बढ़कर महज 1.66 ट्रिलियन डॉलर हो सका है. मतलब खस्ताहाल इकोनॉमी वाला पाकिस्तान भारत से कहीं पीछे है.
4 डे वर्किंग पैटर्न का सपोर्ट करने वालों का मानना है कि 5 डे वर्किंग पैटर्न पुराने समय के लिए ठीक था. तब कर्मचारियों को इतना तनाव भी नहीं उठाना पड़ता था और ना ही वर्कप्लेस तक जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने से कर्मचारियों को बड़ा आराम मिलेगा और वे अपने काम में खुश भी नजर आएंगे.
Gold-Silver Price Today: सस्ता हुआ सोना, चांदी की कीमत में भी गिरावट, जानें गोल्ड-सिल्वर का ताजा भाव
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, सोमवार को शाम को 24 कैरेट सोना (Gold Rate) 80397 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज, 28 जनवरी, 2025 की सुबह कमी के साथ 80006 रुपये तक आ गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना-चांदी दोनों ही सस्ते हुए हैं.
रिपोर्ट में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की सीमा को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने और धारा 80D के तहत हेल्थ इंश्योरेंस डिडक्शन को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये करने की सिफारिश की गई है. इसके अलावा, SBI रिसर्च ने 10-15 लाख रुपये की इनकम लिमिट के लिए टैक्स की रेट को घटाकर 15% करने और सभी बैंक डिपॉजिट्स पर एक समान 15% कर टैक्स लागू करने का प्रस्ताव रखा है.