हिमाचल चुनाव: कांग्रेस ने जारी की 17 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, 5 सीटों पर चेहरे तय होना बाकी
AajTak
हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस ने 17 उम्मीदवारों की एक लिस्ट और जारी कर दी है. यह पार्टी की दूसरी लिस्ट है. पहली लिस्ट में 46 उम्मीदवारों के नाम थे. दूसरी लिस्ट में इंदौरा की एससी सीट से मालेंद्र रंजन, देहरा से डॉ. राजेश शर्मा, सुल्लाह से जगदीश सपेहिया, कांगड़ा से सुरेंदर सिंह काकू को टिकट दिया गया है.
हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियों ने जोर आजमाइश शुरू कर दी है. गुरुवार देर रात कांग्रेस ने 17 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की. लिस्ट के मुताबिक भरमौर की एसटी सीट से ठाकुर सिंह भरमौरी को टिकट दिया गया है.
इंदौरा की एससी सीट से मालेंद्र रंजन, देहरा से डॉ. राजेश शर्मा, सुल्लाह से जगदीश सपेहिया, कांगड़ा से सुरेंदर सिंह काकू, आनी एससी सीट से बंसी लाल कौशल, करसोग की एससी सीट से महेश राज, नाचन की एससी सीट से नरेश कुमार, जोगिंदरनगर से सुरेंदर पाल ठाकुर को टिकट दिया गया है.
इन्हें मिला टिकट
इसके अलावा धरमपुर से चंदरशेखर, सरकाघाट से पवन कुमार, चिंतपूर्णी की एससी सीट से सुदर्शन सिंह बबलू, गगरेट से चैतन्य शर्मा, कुटलहर से देवेंदर कुमार भुट्टो, बिलासपुर से बंबर ठाकुर, नालागढ़ से हरदीप सिंह बावा, शिमला से हरीश जनार्था को टिकट दिया गया है.
पहली लिस्ट में थे 46 नाम
इससे पहले कांग्रेस ने 46 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी. बीजेपी के वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सीट पर कांग्रेस ने चेतराम ठाकुर को टिकट दिया है. बता दें कि चेतराम ठाकुर इस समय हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव हैं.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.