हमास और इजरायल के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार कतर, सीजफायर की कोशिश शुरू
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गाजा में इजरायली हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक साल बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं. युद्ध विराम की तमाम कोशिशें भी नाकाम हो चुकी हैं. इसी बीच कतर ने भी थक हार कर मध्यस्थता से खुद को अलग कर लिया था.
गाजा में इजरायली हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. एक साल बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं. युद्ध विराम की तमाम कोशिशें भी नाकाम हो चुकी हैं. इसी बीच कतर ने भी थक हार कर मध्यस्थता से खुद को अलग कर लिया था, लेकिन राहत की बात ये है कि कतर एक बार फिर गाजा में युद्धविराम और बंधकों की अदला-बदली के लिए मध्यस्थता को तैयार हो गया है.
इसके लिए कोशिशें भी शुरू कर दी गई हैं. कतर के प्रवक्ता माजिद बिन मोहम्मद अल अंसारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कतर युद्धविरम वार्ता में जुड़े मध्यस्थों के साथ जुड़ गया है. सभी पक्षों को सुन रहा है. माजिद ने कहा, "हम मानते हैं कि यह कहना उचति नहीं है कि दबाव एक पक्ष पर होना चाहिए, दूसरे पर नहीं. दोनों पक्षों पर समझौते के लिए दबाव डालना होगा."
अल अंसारी के मुताबिक, हाल में कुछ सकारात्मक संकेत मिले हैं, जो युद्ध विराम वार्ता को आगे बढ़ा सकते हैं. इससे पहले नवंबर में कतर ने मुख्य मध्यस्थ के रूप में खुद को ये कहते हुए अलग कर लिया था कि वो तब तक वार्ता में दिलचस्पी नहीं लेगा जब तक हमास और इज़रायल बातचीत में गंभीरता नहीं दिखाते. इस मध्यस्थता में अमेरिका और मिस्र भी मुख्य भूमिका में हैं.
7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से हमास और इजरायल के बीच जंग जारी है. इस बीच दो बार अल्प युद्धविराम हुए थे. इस दौरान सशर्त कुछ बंधकों की रिहाई भी हुई थी. हमास ने हमला करके 1200 लोगों को मारा था, जबकि 250 लोगों को बंधक बनाया था. इनमें से करीब 100 बंधक अब भी हमास की कैद में हैं. दूसरी तरफ इज़रायली हमले में 45 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.
इजरायल लगातार गाजा में भीषण हमले कर रहा है. मंगलवार को सेंट्रल गाजा के अलग-अलग इलाकों में 16 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए. इससे पहले रविवार सुबह डेयर एल-बलाह में शरणार्थी शिविर पर हुए हमले में बच्चों सहित एक परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. हमले के वक्त पूरा परिवार सो रहा था. इसके बाद हर तरफ चीख पुकार मच गया. लोग डरे सहमे इधर उधर भागते नजर आए. एक प्रत्यक्षदर्शी महमूद फयाद ने बताया था, "आधी रात को हम एक जोरदार विस्फोट की आवाज सुनकर जग गए. हम तेज चीखों की आवाज सुनकर दौड़े. हमने देखा कि कई लोग मारे गए हैं. एक तो पूरा ही परिवार ही खत्म हो गया, जिसमें पति, पत्नी और उनके बच्चे मारे गए." अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हुए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
इसी तरह ब्यूरिज कैंप पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 9 लोग मारे गए. इनमें 6 बच्चे और एक महिला की मौत हो गई. अल-अक्सा अस्पताल के प्रवक्ता के मुताबिक, एक अन्य हमलें 5 लोग मारे गए. मरने वालों में चार लोग एक ही परिवार से थे. इजरायली सेना ने नुसीरत शरणार्थी शिविर के एक तंबू को निशाना बनाया था. दूसरी तरफ सीजफायर के ऐलान के बाद लेबनान में शांति दिख रही है.
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