सुशांत की मौत से 10 दिन पहले हुई आखिरी बात, मटन करी का वादा, मनोज ने बताया किस बात से थे परेशान
AajTak
मनोज बाजपेयी ने सुशांत सिंह राजपूत से हुई आखिरी बातचीत को याद किया. एक्टर ने बताया कि कैसे सुशांत उनके बारे में छपी गलत खबरों से परेशान हो जाते थे. वो एक अच्छे इंसान थे लेकिन टेंशन में ये भूल जाते थे कि कैसे हैंडल करना है.
दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को फैंस आज भी याद करते हैं. उनके किस्से कई एक्टर्स दोहराते रहते हैं. सुशांत जितने इंटेलिजेंट और टैलेंटेड एक्टर रहे उतना ही अच्छा उनका स्वभाव भी था. ऐसी ही कुछ बातें मनोज बाजपेयी ने भी बताई हैं. उन्होंने कहा कि सुशांत बहुत अच्छे इंसान थे, लेकिन उतनी जल्दी परेशान भी हो जाया करते थे. एक्टर को उनके बारे में लिखे गए नेगेटिव आर्टिकल्स बहुत टेंशन में डाल देते थे.
मनोज बाजपेयी और सुशांत सिंह राजपुत ने साल 2019 में आई सोनचिड़िया फिल्म में साथ काम किया था. दोनों ने इस दौरान बहुत अच्छा वक्त बिताया. मनोज ने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में बताया कि दोनों के बीच काफी बातें होती थी, सुशांत कई मुद्दों पर उनसे सलाह लेते थे. मनोज ने साथ ही प्रोड्यूसर्स को डील करने को लेकर भी बात की.
आर्टिकल्स से टेंशन में रहते थे सुशांत
मनोज ने कहा- जब ब्लाइंड आर्टिकल्स की बात आती थी तो सुशांत बहुत असुरक्षित हो जाते थे. वो बहुत परेशान हो जाया करते थे. वो बहुत अच्छे इंसान थे और एक अच्छा इंसान ही इन चीजों से प्रभावित हो सकता है. वो अक्सर मेरे पास आते थे और पूछते थे कि इन चीजों से कैसे निपटा जाए, मैं उनसे कहता था कि इन चीजों को गंभीरता से न लें. क्योंकि मैं भी पहले ऐसी सिचुएशन से गुजर चुका हूं. मैं अब अपने खिलाफ लिखे ऐसे नेगेटिव आर्टिकल्स का खामियाजा भुगत चुका हूं.
पावरफुल लोगों को करो हैंडल
मनोज आगे बोले- मैंने उसे कहा था कि इंडस्ट्री के इंफ्लुएंशल लोगों को अलग तरह से हैंडल करो. मैंने कहा कि उन लोगों को संभालो जिनकी फिल्में चल रही हैं, जो पावर में हैं. मैं ऐसे लोगों को अलग तरीके से संभालता हूं. मैं अपने दोस्तों से कहता हूं कि वो उन पावरफुल लोगों को बताएं कि मैं आऊंगा और उनकी पिटाई करूंगा. जरूरी ये है कि ये मैसेज उन तक पहुंच सके. सुशांत इन बातों पर हंसते थे और कहते थे, 'सर आप ही कर सकते हो ऐसे, मैं नहीं कर सकता.'
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. ट्रिब्यूट टू पंकज उधास सत्र में अनूप जलोटा (गायक, संगीतकार), तलत अजीज (गायक, संगीतकार, सुदीप बनर्जी (गायक, म्यूजिक डायरेक्टर) और आलोक श्रीवास्तव (शायर) शामिल हुए. देखें वीडियो.
साहित्य आजतक 2024 के ग्रैंड मंच पर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर टर्न्ड एक्ट्रेस प्राजक्ता कोली ने शिरकत की. प्राजक्ता आज की तारीख में एक्टर, क्रिएटर और क्लाइमेट चेंजर भी हैं. तो उन्हें कौन सा टैग पसंद है. प्राजक्ता ने बताया कि मैं सबसे ज्यादा क्रिएटर कहलाना पसंद करती हूं. मुझे तब से अब में सबसे ज्यादा केयरफ्री होना अच्छा लगता है. आने वाले फरवरी के महीने में दस साल हो जाएंगे. ज्यादातर 'मोस्टली सेन' ही रहती हूं. आसपास चीजें हो जाएं तो मैं थोड़ा दूर दूर रह लेती हूं.
दिव्येंदु शर्मा, जिन्हें हम मुन्ना भैया के नाम से जानते हैं, ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'अग्नि' के बारे में बातचीत की और उन्होंने बताया कि उन्हें फायर फाइटर्स की भूमिका निभाने में कितनी चुनौतियाँ आईं. उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए अपने प्रसिद्ध किरदार मुन्ना भैया के कुछ डायलॉग भी दोहराए. दिवेंदु ने अपने अभिनय करियर के बारे में भी बात की और उन्होंने बताया कि वे एक नए रोल के लिए अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ा रहे हैं और कॉमेडी करना उन्हें बहुत मुश्किल लगता है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अपने रोल्स के लिए तैयारी करने में कितना समय लगता है. देखिए इस बातचीत का पूरा वीडियो.
यूनुस खान रेडियो का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने पिछले ढाई दशकों से विवध भारती के लिए सैकड़ों हस्तियों के इंटरव्यू किए हैं. रेडियो के लिए सिनेमा और संगीत प्रोग्राम लिखे हैं. 3 दशकों से सिनेमा के बारे यूनुस में लिख रहे हैं. सेशन के दौरान मॉडरेटर आशुतोष से बातचीत में यूनुस ने बताया कि संगीत से उनका लगाव कैसे हुआ.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'बॉलीवुड बायोग्राफ़ीज' सत्र में यूनुस खान (लेखक) और सहर जमान (लेखिका) शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले...' सत्र में सिंगर हेमलता और लेखक अरविंद यादव शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.