जुनैद खान की 'महाराज' बनाने में लगे 5 साल, पोस्टर आते ही क्यों मचा बवाल? डायरेक्टर ने सुनाया पूरा किस्सा
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बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान के बेटे और एक्टर जुनैद खान ने साहित्य आजतक 2024 में शिरकत की. जुनैद के साथ डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा थे. एक्टर-डायरेक्टर की जोड़ी ने साथ मिलकर फिल्म 'महाराज' में काम किया है, जो नेटफ्लिक्स पर काफी विवाद के बाद रिलीज हुई थी.
बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान के बेटे और एक्टर जुनैद खान ने साहित्य आजतक 2024 में शिरकत की. जुनैद के साथ डायरेक्टर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा थे. एक्टर-डायरेक्टर की जोड़ी ने साथ मिलकर फिल्म 'महाराज' में काम किया है, जो नेटफ्लिक्स पर काफी विवाद के बाद रिलीज हुई थी. अपनी फिल्म, आमिर खान और जिंदगी के बारे में जुनैद और सिद्धार्थ ने खुलकर साहित्य आजतक के मंच पर बातचीत की.
जुनैद खान ने बताया कि वो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं अच्छी फोटोज नहीं खींचता और न ही मुझे इसका शौक है. वहीं सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने अपने करियर के बारे में बात की. सिद्धार्थ ने बताया कि उनकी शुरुआत की थी फिल्म 'करीब' से हुई थी. इसके बाद उन्होंने 'कल हो न हो' और फिर 'विवाह' की. सिद्धार्थ ने टीवी के फेमस शो 'संजीवनी' और 'दिल मिल गए' संग अन्य को भी लिखा है. सिद्धार्थ के दादा, पिता, दादी और बहन भी इंडस्ट्री का हिस्सा रह चुके हैं.
फिल्म हिचकी करने में हुई थी दिक्कत
साल 2018 में आई रानी मुखर्जी की हिट फिल्म 'हिचकी' को भी सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने बनाया था. उन्होंने बताया कि एक वक्त पर उस फिल्म को बना पाना उन्हें नामुमकिन लग रहा था. बहुत बार ऐसा हुआ है कि मुझे लगा कि ये नहीं हो पाएगा. मैं हिचकी कर रहा था, वी आर फैमिली फिल्म, दबंग के साथ आई थी, वो ज्यादा चली नहीं. जब आपकी फिल्म ज्यादा नहीं चलती है तो आप इंडस्ट्री के अंदर के हो या बाहर के, आपके कहानी कहने के मौके बंद हो जाते हैं. हिचकी के लिए मुझे दिक्कत हुई, जिसको मैं सुनाता था इसकी कहानी वो कहते थे ये तो पागल टीचर है. टॉरेट सिंड्रोम के बारे में वो फिल्म थी. एक टीचर है उसको टॉरेट सिंड्रोम है. मैंने 500 से ज्यादा बार इस कहानी को सुनाया है. आप इंडस्ट्री में किसी से भी पूछ लो कि सिद्धार्थ आपके पास हिचकी लेकर आया था, वो बोलेंगे हां. बस एक बंदे के पास मैं नहीं गया था वो हैं आदित्य चोपड़ा. मैं अपनी पत्नी को कहता था कि हां वहीं तो बनाएंगे जैसे मेरी फिल्म. और उन्होंने ही अंत में इस फिल्म को बनाया. उन्होंने बस ये कहा था कि मेल टीचर को फीमेल कर लो. फिर रानी आई और 28 दिन में हमने हिचकी बनाई. वहां से महाराज का सफर शुरू हुआ. फिर उसको भी 5 साल लगे.'
जुनैद पापा से क्या टिप्स मिले?
फिल्म 'महाराज' से जुनैद खान ने अपना फिल्मी डेब्यू किया है. ऐसे में उनसे पूछा गया कि उन्हें अपने पिता और मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान से कोई टिप्स मिले थे या नहीं. इसपर जुनैद ने कहा, 'शुरू से इतने टिप्स नहीं मिले वैसे. एक चीज उन्होंने कही थी जब मैं 18-19 साल का था, मैं कॉमर्स पढ़ रहा था और मैंने पापा को कहा कि मुझे थिएटर स्कूल जाना है, अमेरिका में. उन्होंने कहा कि देखो एक्टिंग तुम सीख लोगे कहीं पर भी. करते करते भी सीख जाओगे. जो जल्दी नहीं सीख पाओगे वो है इंडिया का कल्चर. कल्चर की बारीकियां नहीं समझ पाओगे, उसको समझने में वक्त बिताओ. तो मैंने कहा, हां-हां और फिर मैं अमेरिका चला गया.'
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