
शिवाजी साटम ने बताया CID की सफलता का राज, बोले- आम लोगों के लिए हम रियल हीरो
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शिवाजी साटम ने CID की सफलता पर बात करते हुए कहा कि हर इंसान अपने लाइफ में हीरो की कल्पना करता है, खासकर यंग जेनरेशन. एक आम इंसान के जिंदगी में पुलिस ऑफिसर अपने ड्यूटी से वैल्यू एड कर सकता है. ऐसे में हम उन्हें रियल हीरो लगते हैं.
कुछ तो गड़बड़ है दया, 'दरवाजा तोड़ दो'... जैसे डॉयलॉग सुनते ही लोगों के दिलों-दिमाग में एक ही व्यक्ति की तस्वीर आती है, शिवाजी साटम की. शिवाजी साटम ने कई हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें पहचान CID के ACP प्रदुम्न के किरदार से मिली. लोग उन्हें सच में CID ऑफिसर समझने लगे थे.
अपने नए अवतार से काफी खुश है, शिवाजी साटम
CID में ACP प्रदुम्न के नाम से मशहूर शिवाजी साटम अपने नए शो के नए एनिमेटेड वर्जन CID स्क्वाड से काफी खुश हैं. CID स्क्वाड- नए यूग का नया CID के बारे में इंडिया टुडे से बातचीत में एक्टर कहते हैं खुद को एनीमेशन फिगर में देखना काफी मजेदार था, और शो भी काफी अच्छा है. मेरा पोता भी मेरा नया अवतार देखने के लिए काफी एक्साइटेड है. उन्हें यकीन है कि फैंस भी उनका कार्टून देखकर खुश होंगे.
CID की सफलता का क्या है राज
जब एक्टर से CID की सफलता के बारे में पूछा गया तो वो कहते हैं, हर इंसान अपने लाइफ में हीरो की कल्पना करता है, खासकर यंग जेनरेशन. एक आम इंसान के जिंदगी में पुलिस अधिकारी अपने ड्यूटी से वैल्यू एड कर सकता है. ऐसे में टीवी पर एक ईमानदार छवि के पुलिस ऑफिसर को देखकर लोगों को उनपर भरोसा होता है. उन्हें हम रियल हीरो लगते हैं. इस शो में कोई ज्यादा उछल-कूद भी नहीं दिखाया गया है. बस एक ऑफिसर को ईमानदारी से काम करते दिखाया गया है.
शिवाजी साटम कहते हैं CID में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ क्राइम को बढ़ा- चढ़ाकर नहीं दिखाया गया है. यह शो मेकर बीपी सिंह का डिसीजन था, जिसका पूरे शो में ध्यान रखा गया.

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