शर्मिन सहगल की ट्रोलिंग से खुश नहीं फरदीन खान, एक्ट्रेस को किया सपोर्ट, बोले- ये बंद होना चाहिए
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हीरामंडी को नेटफ्लिक्स पर आए एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया हैं. लेकिन अभी भी शर्मिन सहगल ट्रोल्स से नहीं बच पाई हैं. अलग-अलग वजह से शर्मिन लगातार ट्रोल्स के निशाने पर हैं. इसपर कुछ दिन पहले अध्ययन और शेखर सुमन ने इस बारे में बात की थी. अब फरदीन खान, शर्मिन के बचाव में आगे आए हैं.
संजय लीला भंसाली की सीरीज 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' जब से रिलीज हुई है तभी से किसी न किसी वजह से चर्चा में बनी हुई है. दर्शकों और क्रिटिक्स ने इसे मिक्स रिव्यू दिए थे. सीरीज में भंसाली की भांजी और एक्ट्रेस शर्मिन सहगल, आलमजेब के किरदार में नजर आई हैं. उनकी 'बिना एक्सप्रेशन' वाली एक्टिंग के चलते एक्ट्रेस को ट्रोल किया गया था. इसके बाद अलग-अलग इंटरव्यू में अपनी को-स्टार्स अदिति राव हैदरी, संजीदा शेख और ऋचा चड्ढा संग शर्मिन के 'घमंडी' बर्ताव को देख भी यूजर्स उनपर नाराज हुए.
फरदीन ने किया शर्मिन को सपोर्ट
हीरामंडी को नेटफ्लिक्स पर आए एक महीने से ज्यादा का वक्त हो गया हैं. लेकिन अभी भी शर्मिन सहगल ट्रोल्स से नहीं बच पाई हैं. अलग-अलग वजह से शर्मिन लगातार ट्रोल्स के निशाने पर हैं. इसपर अब सेलेब्स ने भी बात करना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले अध्ययन और शेखर सुमन ने इस बारे में बात की थी. अब 'हीरामंडी' में वली मोहम्मद का किरदार निभाने वाले फरदीन खान, शर्मिन के बचाव में आगे आए हैं.
एक इंटरव्यू में फरदीन ने शर्मिन के ट्रोल होने की बात को लेकर कहा, 'मुझे लगता है कि ये ट्रोलिंग बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. हर किसी को यह हक है कि वो किसी की परफॉर्मेंस को पसंद करे या न करें. लेकिन ये ट्रोलिंग गलत है और बिल्कुल नहीं होनी चाहिए. मुझे लगता है कि उन्होंने हीरामंडी में बहुत अच्छा काम किया है. उनका रोल बहुत कॉम्प्लेक्स और चैलेंजिंग था. वो कुछ बड़े टैलेंट्स के साथ काम कर रही थीं. मेरे लिए उनकी परफॉर्मेंस स्ट्रॉन्ग थी और उनके करियर के लिए ये एक अच्छी शुरुआत थी.'
अध्ययन कह चुके हैं ये बात
इससे पहले 'हीरामंडी' में नवाब जोरावर का किरदार निभाने वाले अध्ययन सुमन ने अपनी को-स्टार शर्मिन सहगल को सलाह दी थी. बॉलीवुड हंगामा संग इंटरव्यू के दौरान अध्ययन सुमन ने कहा था, 'मुझे लगता है कि वहम में न रहना जरूरी है. किसी भी तरह की असलियत को अपना लेना बहुत जरूरी है. ये समझना बहुत जरूरी है आप कौन हैं. ये समझना बहुत जरूरी है कि आपके अंदर अगले 15-20 सालों तक लड़ने की शक्ति है या नहीं. आपके लिए ये बहुत जरूरी है कि आप खुद से झूठ न बोलें.'
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