राजस्थान: कागजों में वैक्सीनेशन, शिकायत हुई तो जिम्मेदार बोले- दूसरी आईडी से लगा देंगे टीका
AajTak
राजस्थान के धौलपुर जिले में लाभार्थियों का दस्तावेजों में वैक्सीनेशन हो गया. जब लाभार्थियों के पास मैसेज पहुंचा तो मामले का भंडाफोड़ हुआ. कार्मिकों द्वारा ग्रामीणों के आधार कार्ड लिए गए जिनके नंबर रिकॉर्ड में दर्ज कर वैक्सीन लगवा दी गई लेकिन लाभार्थी वैक्सीन से वंचित हैं.
देश में कोविड वैक्सीन की कमी को लेकर लोग वैक्सीनेशन सेंटरों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन राजस्थान के धौलपुर जिले में लाभार्थियों का दस्तावेजों में वैक्सीनेशन हो गया. जब लाभार्थियों के पास मैसेज पहुंचा तो मामले का भंडाफोड़ हुआ. कार्मिकों द्वारा ग्रामीणों के आधार कार्ड लिए गए जिनके नंबर रिकॉर्ड में दर्ज कर वैक्सीन लगवा दी गई लेकिन लाभार्थी वैक्सीन से वंचित हैं. मामले को लेकर शिकायतकर्ता अनुज सिंह ने राजस्थान पोर्टल 181 पर शिकायत की. शिकायत होने के बाद सरकारी चिकित्सक ने ग्रामीणों से मोबाइल पर बात की और चिकित्सक शिकायत वापस लेने की कह रहा है और दूसरी आईडी से वैक्सीन लगवाने को कह रहा है, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.