राजस्थान : अशोक गहलोत बोले- कोरोना के बावजूद खरी उतरी सरकार, 64% चुनावी वादे किए पूरे
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अशोक गहलोत ने कहा, कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बावजूद वादों को धरातल पर उतारने में सरकार खरी उतरी. बीते ढाई साल में सरकार ने प्रदेश के समग्र विकास के साथ-साथ जरूरतमंद लोगों की पीड़ा दूर करने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं.
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने शनिवार को चुनावी घोषणा पत्र की समीक्षा को लेकर बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान वे अपनी सरकार की पीठ थपथपाते नजर आए. गहलोत सरकार ने दावा किया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले जन घोषणा पत्र में जो वादे किए थे, उनमें से 64% वादे पूरे हो गए हैं.डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.
महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.