'मैं आज भी सीएम पद का दावेदार,' BJP में जाने की अटकलों के बीच अजित पवार का बयान
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महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासत का माहौल गरमा गया है. एनसीपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पुणे में एक कार्यक्रम में इंटरव्यू दिया और कहा- 2019 में महा विकास अघाड़ी गठबंधन के बाद से एनसीपी ने धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे को दरकिनार कर दिया है. एनसीपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन किया और वो हिंदुत्ववादी पार्टी रही है.
महाराष्ट्र में एनसीपी नेता अजित पवार को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं चल रही हैं. इस बीच, अजित पवार ने एक मराठी समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में बड़े दावे किए हैं और बीजेपी के साथ अलायंस की संभावना को तेज कर दिया है. अजित ने खुलकर एनसीपी के सेक्युलरिज्म के मुद्दे पर स्टैंड को लेकर सवाल किए और खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी बताया है. अजित ने कहा कि वो आज भी सीएम कैंडिडेट हैं.
अजित पवार पुणे में जब एक कार्यक्रम में यह इंटरव्यू दे रहे थे, तब मुंबई के घाटकोपर में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और पार्टी के बाकी बड़े नेता एक मीटिंग को संबोधित कर रहे थे. शरद पवार के साथ पार्टी की इस बैठक में प्रफुल्ल पटेल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, जयंत पाटिल समेत अन्य नेता मौजूद थे.
अजित के मन में सीएम पद की टीस!
अजित पवार ने बातचीत में साफ शब्दों में कहा कि वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं और 2024 में क्यों, अभी भी सीएम पद के दावेदार हैं. उसके साथ-साथ उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाए कि 2004 में जब एनसीपी की कांग्रेस से ज्यादा सीटें आई थीं, तब पार्टी ने उन्हें सीएम पद देने का मौका गंवा दिया था. हालांकि, सीएम पद को लेकर उनका अभी भी दावा कायम है.
'एनसीपी में कोई प्रेशर ग्रुप नहीं'
अजित ने आज के राजनीतिक हालात पर भी बात कहने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि एनसीपी में कोई भी किसी भी तरीके से प्रेशर ग्रुप नहीं है जो पार्टी चीफ पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हो कि बीजेपी के साथ गठबंधन किया जाए. लेकिन, ये कहते समय अजित एक बड़ी बात भी कह गए.
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