मुंबई: स्लम इलाकों में कोरोना केस 10% से भी कम, हाई राइज बिल्डिंग्स में सबसे ज्यादा कहर
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कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मुंबई समेत महाराष्ट्र में मिनी लॉकडाउन लगा है. मुंबई में कोरोना वायरस की इस नई लहर का शिकार इस बार यहां की बड़ी-बड़ी सोसाइटी और कॉलोनी हो रही हैं, जबकि इस बार मुंबई के स्लम इलाकों में पहले के मुकाबले कम केस सामने आए हैं.
देश के अलग-अलग हिस्सों की तरह ही आर्थिक राजधानी मुंबई भी कोरोना की मार से जूझ रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मुंबई समेत महाराष्ट्र में मिनी लॉकडाउन लगा है. मुंबई में कोरोना वायरस की इस नई लहर का शिकार इस बार यहां की बड़ी-बड़ी सोसाइटी और कॉलोनी हो रही हैं, जबकि इस बार मुंबई के स्लम इलाकों में पहले के मुकाबले कम केस सामने आए हैं. बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक, अभी मुंबई में 87 हज़ार से अधिक कोरोना के एक्टिव केस हैं. इनमें से करीब 90 फीसदी मामले मुंबई की सोसाइटी, कॉलोनी और अन्य इलाकों से हैं. जबकि दस फीसदी से भी कम मामले मुंबई के बस्ती वाले इलाकों से हैं.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
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