भारत जोड़ो यात्रा: उद्धव ठाकरे करेंगे स्वागत, शरद पवार भी होंगे शामिल... महाराष्ट्र में यूं ताकत दिखाने की तैयारी में विपक्ष
AajTak
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सात नवंबर को महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करेगी. कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र पहुंचने पर उद्धव ठाकरे इस यात्रा का स्वागत करेंगे और इसमें शामिल होंगे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी यात्रा से जुड़ेंगे.
महाराष्ट्र में विपक्षी खेमा कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर पेश करने की तैयारियों में जुटा है. राहुल गांधी की अगुवाई में यह यात्रा सात नवंबर को महाराष्ट्र की सीमा में प्रवेश करेगी.
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सात नवंबर को भारत जोड़ो यात्रा के महाराष्ट्र में प्रवेश करने पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे उसका स्वागत करेंगे.
इस बीच एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार आठ और नौ नवंबर को नांदेड़ जिले के देगलुर के बीच यात्रा से जुड़ेंगे. भारत जोड़ो यात्रा 15 दिनों के लिए महाराष्ट्र से ही गुजरेगी.
बता दें कि राहुल गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर से तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी, जहां तमिलनाडु के सीएम और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन को यात्रा शुरू होने पर कन्याकुमारी में राहुल गांधी को तिरंगा सौंपते देखा गया था.
इसके बाद जब यात्रा सीपीएमस शासित केरल पहुंची तो कांग्रेस के सहयोगी दलों के कार्यकर्ता इसमें शामिल हो गए.
फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा का कारवां आंध्र प्रदेश पहुंच गया है. यह यात्रा 23 अक्टूबर को तेलंगाना में प्रवेश करेगी. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, तेलंगाना के बाद यात्रा महाराष्ट्र की ओर कूच करेगी, जहां ठाकरे और पवार दोनों प्रमुख विपक्षी नेता होंगे, जो इस यात्रा के साथ चलते और राहुल गांधी के साथ मंच साझा करते देखे जा सकेंगे.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.