
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने दी चेतावनी, 'रूस से खतरा... अभी से तैयारी कर ले यूरोप'
AajTak
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने फ्रांस के लोगों को संबोधित किया है. टेलिविजन पर प्रसारित संबोधन में वो यूक्रेन संघर्ष और यूक्रेन की मदद से अमेरिका के पीछे हटने को लेकर बोलते नजर आए. मैक्रों ने कहा कि यूरोप को रूस से खतरा है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चेतावनी दी है कि रूसी आक्रामकता की कोई सीमा नहीं है और यह केवल यूक्रेन तक ही सीमित नहीं रहेगी. उन्होंने कहा है कि यूक्रेन की आक्रामकता फ्रांस और यूरोप के लिए भी खतरा है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने अमेरिका के बदले रवैये के संदर्भ में कहा कि यूरोप को अपनी तैयारियां कर लेनी चाहिए ताकि अमेरिका अगर पीछे भी हटे तो महाद्वीप के देश अपना बचाव कर सकें.
मैक्रों ने बुधवार देर रात टेलीविजन पर दिए गए अपने संबोधन में कहा, 'मैं यह विश्वास करना चाहता हूं कि अमेरिका हमारे साथ रहेगा. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो हमें तैयार रहना होगा.'
टीवी पर बोलते हुए मैक्रों ने यूक्रेन संकट, यूरोपीय देशों की सुरक्षा और व्यापार युद्ध के बारे में बात की. फ्रांस समेत पूरे यूरोप में लोग ट्रंप के टैरिफ की धमकी से चिंतित हैं. ट्रंप ने यूक्रेन को अमेरिकी समर्थन रोक दिया है. चीन, कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने के बाद यूरोपीय संघ से आने वाले सामानों पर भी टैरिफ लगाने की धमकी दी है.
अमेरिका के बदले रुख पर क्या बोले मैक्रों?
अपनी चिंतित जनता को संबोधित करते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा, 'मैं आज रात आपसे अंतरराष्ट्रीय स्थिति और यूरोप पर इसके प्रभावों को लेकर बात कर रहा हूं... मैं जानता हूं कि आप उन घटनाओं को लेकर चिंतित हैं जो विश्व व्यवस्था को हिला रही हैं. यूक्रेन में युद्ध जारी है. अमेरिका, जो हमारा सहयोगी है, ने इस युद्ध पर अपना रुख बदल दिया है, यूक्रेन का कम समर्थन कर रहा है और आगे क्या होगा, इस पर संदेह को बरकरार रख रहा है.'
उन्होंने आगे कहा, 'तेजी से क्रूर होती जा रही दुनिया एक नए युग में प्रवेश कर रही है और खतरे से भरी इस दुनिया में दर्शक बने रहना पागलपन होगा. फ्रांस और यूरोप को यूक्रेन की मदद करते रहना चाहिए, जब तक कि यूक्रेन रूस के साथ शांति वार्ता नहीं कर लेता. यूक्रेन को छोड़कर शांति का कोई रास्ता नहीं निकल सकता.'

इंडिया टुडे के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट के विश्लेषण के अनुसार, जनवरी 24, 2020 से दिसंबर 31, 2024 तक यूक्रेन के लिए सबसे अधिक समर्थन अमेरिकी सरकार द्वारा ही दिया गया है. केइल इंस्टीट्यूट फॉर द वर्ल्ड इकॉनॉमी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने कुल €114 अरब आवंटित किए हैं, जिसमें से लगभग €64.1 अरब सैन्य सहायता के रूप में और €46.4 अरब वित्तीय सहायता के रूप में शामिल हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद में दिए अपने वक्तव्य में भारत पर निशाना साधा और कहा कि भारत अमेरिका पर 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगा रहा है, जो अनुचित है. इसके जवाब में ट्रंप ने चेतावनी दी कि वो भी 2 अप्रैल से अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ के बराबर टैरिफ लगाएंगे. ट्रंप ने जो बाइडन को अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति बताया.

डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कांग्रेस को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. उन्होंने बताया कि गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका कर दिया गया है. ट्रंप ने यह भी ऐलान किया कि अमेरिका में केवल दो जेंडर - पुरुष और महिला मान्य होंगे. उन्होंने बताया कि स्कूलों से जहरीली रेस थ्योरी को हटा दिया गया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद में अपने संबोधन में टैरिफ से लेकर घुसपैठ का जिक्र किया. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए दो बार भारत का नाम लिया. आशंकाओं के अनुरुप ही उन्होंने कहा कि भारत हम 100 फीसदी टैरिफ लगाता है. ये एकदम ठीक नहीं है. देखिए ट्रंप ने और क्या कुछ कहा.