प्रवासी मजदूरों के लिए उत्तरांखड में निगेटिव रिपोर्ट से एंट्री, बिहार में क्वारनटीन जरूरी, जानें कहां के क्या हैं नियम
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दिल्ली, महाराष्ट्र और राजस्थान में मिनी लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. मजदूरों के पलायन के कारण कोरोना विस्फोट का खतरा मंडराने लगा है. इस वजह से राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं.
दिल्ली, महाराष्ट्र और राजस्थान में मिनी लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. घर लौटने की मार ऐसी मची है कि लोग बसों में ठुंसे पड़े हैं, जिनको सीट नहीं मिली, वो बस की छत पर बैठ गए. न मास्क, न सोशल डिस्टेंसिंग... ऐसे में मजदूरों के पलायन के कारण कोरोना विस्फोट का खतरा मंडराने लगा है. कल शाम से आज सुबह तक मजदूरों के दिल्ली छोड़ने का सिलसिला जारी है. याद आ रही है पिछले साल की जब मजदूरों ने पैदल मार्च शुरू कर दिया था. इस बार राहत ये है कि बसें और ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन राहत उन राज्यों के लिए नहीं है, जहां मजदूर लौट रहे हैं. वहां कोरोना विस्फोट होने की आशंका है. इस वजह से राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को हिंदू पूजा स्थल होने की याचिका कोर्ट में दायर की थी. याचिका पर बुधवार को अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन मनमोहन चंदेल की कोर्ट ने सुनवाई की. इस दौरान वादी विष्णु गुप्ता के वाद पर न्यायाधीश मनमोहन चंदेल ने संज्ञान लेते हुए दरगाह कमेटी ,अल्पसंख्यक मामलात व एएसआई को समन नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
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