प्रधानमंत्री मोदी से मिले सीएम शिवराज, कांग्रेस ने कसा तंज- इतना दूर क्यों बैठाया?
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नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर फोटो आने के बाद शिवराज पर तंज कसा और लिखा 'यह समझ में नहीं आता है कि हमारे शिवराज जी को मोदी जी इतना नापसंद क्यों करते हैं , दूसरे नेताओ की तरह उन्हें भी पास की कुर्सी में क्यों नहीं बैठाते हैं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई. लेकिन इस मुलाकात में मुद्दों से कहीं ज्यादा प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज की फोटो पर सियासी घमासान मच गया. यह समझ में नहीं आता है कि हमारे शिवराज जी को मोदी जी इतना नापसंद क्यों करते है , दूसरे नेताओ की तरह उन्हें भी पास की कुर्सी में क्यों नहीं बैठाते है , उन्हें हमेशा ही दूर क्यों रखते है ? अब देखिये योगी जी से इतनी नाराज़गी होने के बाद भी उन्हें पास की कुर्सी पर बैठाया ? pic.twitter.com/lu2vA1xQWt मोदी जी ने शिवराज से दिखाई दूरी- तस्वीर - 1 - यूपी के सीएम को बग़ल में बिठाया तस्वीर - 2 - उत्तराखंड के सीएम को बग़ल में बिठाया तस्वीर - 3 - असम के सीएम को बग़ल में बिठाया तस्वीर - 4 - मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज को दूर बिठाया। सरकार बदल गये हैं, सरकार बदलने वाली है। pic.twitter.com/HkaMkiT3Mp इसे कहते हैं 15 वर्षों की शालीनता और 15 महीने का घमंड ।@ChouhanShivraj जी की शालीनता को समझने का संस्कार वे कांग्रेसी लाएंगे कहां से? जिनके मुखिया ही प्रधानमंत्री के सामने टांग उठाकर बैठते हों। नोट:15 महीने के कुछ और चित्र भी हैं @OfficeOfKNath @BJP4MP @INCMP @NarendraSaluja pic.twitter.com/8d4VHbPTrJ दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के MP मॉडल और तीसरी लहर की तैयारियों पर चर्चा की. इसके अलावा विकास परियोजनाओं पर भी बातचीत हुई. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच हुई इस बैठक की फोटो जैसे ही सोशल मीडिया में जारी की गई, मध्य प्रदेश में सियासी घमासान शुरू हो गया और इसकी शुरुआत हुई एमपी कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा के एक ट्वीट से.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
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