पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं हो रहे लेकिन मंत्रियों के बयान घाव पर नमक छिड़कने के लिए काफी हैं!
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केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रदेश मंत्री तक, ऐसे बयान सुनने-देखने को मिल रहे हैं कि आम आदमी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाए. किसी को पेट्रोल-डीजल के दाम कम लग रहे हैं, तो कोई रेट को 200 रुपये तक पहुंचने का इंतजार कर रहा है.
देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू चुके हैं, शायद ही कोई ऐसा रिकॉर्ड है जो अभी ना टूटा हो. शतक तो कई राज्यों में पहले ही लग चुका है, अब तो नए कीर्तिमान रचने की देरी दिख रही है. अब ये बढ़ते दाम कैसे कम होंगे, कब कम होगें, कोई नहीं बता पा रहा, लेकिन मंत्रियों के ऊटपटांग बयान और तथ्यहीन तर्कों ने घावों पर नमक छिड़कने का काम जरूर कर दिया है.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
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महाराष्ट्र में नए सरकार के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है. एकनाथ शिंदे ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है. राजभवन जाकर उन्होंने इस्तीफा सौंपा. शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर उनको अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे. लेकिन अभी तक नए मुख्यमंत्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है.