पिता के निधन के बाद संभाला घर, नहीं की शादी, 'जगमोहन की अम्मा' ने 54 की उम्र में शुरू की एक्टिंग
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'पंचायत 3' में जगमोहन की अम्मा उर्फ दमयंती देवी का किरदार बहुत चर्चा बटोर रहा है. इस किरदार को निभाने वालीं एक्ट्रेस आभा शर्मा की खूब सराहना की जा रही है. 75 साल की आभा ने अब बताया है कि उनका एक्टिंग का सफर कितना मुश्किलों भरा रहा है.
अमेजन प्राइम की पॉपुलर वेब सीरीज 'पंचायत' का तीसरा सीजन कुछ दिन पहले ही आया है. पहले दो सीजन की जबरदस्त कामयाबी के बाद, 'पंचायत 3' को भी जनता ने खूब पसंद किया है. किरदारों और कहानी के साथ ऑडियंस को शो के रेगुलर कलाकारों रघुवीर यादव, नीना गुप्ता, जितेंद्र कुमार, फैजल मलिक और अशोक पाठक का काम भी बहुत पसंद किया जा रहा है.
मगर 'पंचायत' के तीसरे सीजन में आया एक नया किरदार बहुत चर्चा में है. शो में जगमोहन की अम्मा उर्फ दमयंती देवी का किरदार बहुत चर्चा बटोर रहा है. इस किरदार को निभाने वालीं एक्ट्रेस आभा शर्मा की खूब सराहना की जा रही है. 75 साल की आभा ने अब बताया है कि उनका एक्टिंग का सफर कितना मुश्किलों भरा रहा है. उन्हें हमेशा से एक्टिंग का शौक था, मगर उन्हें इस सपने को हकीकत में बदलने का मौका 54 साल की उम्र में मिला.
पिता के निधन के बाद संभाला घर इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में आभा ने बताया कि वो अपने परिवार में सबसे छोटी थीं. उनकी बड़ी बहन का परिवार दिल्ली में और बड़े भाई का परिवार हैदराबाद में है. मगर अब उनके भाई-बहन का निधन हो चुका है.
आभा ने अपने पिता के निधन के बाद एक टेलेकॉम कंपनी में नौकरी की और वो अपनी मां का ध्यान रखने के लिए घर पर ही रहीं. इसीलिए उन्होंने शादी भी नहीं की. हमेशा से आर्टिस्ट बनने का ख्वाब देखने वालीं आभा ने जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट्स से डिप्लोमा किया और 1979 से टीचर की नौकरी करने लगीं.
आभा ने बताया, 'मैं बचपन से एक्टर बनना चाहती थी. लेकिन मेरी मां ने फिल्म इंडस्ट्री में जाने की इजाजत नहीं दी. उन्हें ये काम नहीं पसंद था. और मैं उनकी मर्जी के खिलाफ नहीं जाना चाहती थी. हालांकि, मेरा परिवार अच्छा पढ़ा लिखा था, मगर वो थोड़े ऑर्थोडॉक्स थे. मेरी मां के निधन के बाद, मैंने दोबारा एक्टिंग शुरू की. और इस बार मेरे भाई-बहनों ने मदद की.'
हेल्थ समस्याओं ने किया परेशान आभा ने बताया कि 35 की उम्र में उन्हें मसूड़ों का एक इन्फेक्शन हुआ, जिसके कारण उनके सारे दांत गिर गए. 45 की उम्र में उन्हें एक रेयर समस्या हो गई, जिससे उनके हाथ-पैर कांपने शुरू हो गए. लेकिन इसके बावजूद आभा ने नौकरी करना जारी रखा. 1991 में उन्होंने एक्टिंग छोड़ी और 2008 में, लखनऊ में थिएटर करना शुरू किया. मगर वो बहुत ज्यादा नाटकों में हिस्सा नहीं ले पाती थीं.
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