दो दिन से हाहाकार... चाइनीज Deepseek ने अमेरिका की इस बड़ी कंपनी की निकाल दी हवा, ट्रंप भी परेशान!
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चीन ने कुछ दिन पहले ही एक AI मॉडल लॉन्च किया है, जिससे के आते यह हफ्ते भर में दुनिया का सबसे ज्यादा पॉपुलर ऐप बन चुका है. यह AI मॉडल DeepSeek R1 है, जिसे चीनी स्टार्टअप ने बनाया है और ये ChatGPT के मुकाबले ज्यादा पॉपुलर हो चुका है. यह पूरी तरह से फ्री है.
चीन के एक ऐप के आते ही अमेरिका में कोहराम मच हुआ है. अमेरिका की बड़ी-बड़ी कंपनियां परेशान हैं. खासकर टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है. अमेरिकी दिग्गज कंपनी NVIDIA के शेयर 20% तक टूट गए, जिस कारण मार्केट कैप को 600 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है. इतना ही नहीं ChatGPT, OpenAI जैसी अमेरिकी AI प्लेटफॉर्म की भी हवा निकल चुकी है.
क्या है DeepSeek और क्यों हुआ इतना पॉपुलर? दरअसल, चीन ने कुछ दिन पहले ही एक AI मॉडल लॉन्च किया है, जिससे के आते यह हफ्ते भर में दुनिया का सबसे ज्यादा पॉपुलर ऐप बन चुका है. यह AI मॉडल DeepSeek R1 है, जिसे चीनी स्टार्टअप ने बनाया है और ये ChatGPT के मुकाबले ज्यादा पॉपुलर हो चुका है. यह पूरी तरह से फ्री है, जिससे कोई भी फीचर्स यूज करने पर आपको पैसे देने की जरूरत नहीं होगी. जबकि चैटजीपीटी और अन्य AI प्लेटफॉर्म को यूज करने पर पैसे देने पड़ते हैं. यही कारण है कि यह मोस्ट डाउनलोडेड ऐप हो चुका है.
अभी रजिस्ट्रेशन बंद DeepSeek अमेरिका में गूगल प्ले स्टोर में भी ये टॉप रेटेड फ्री ऐप बन चुका है. DeepSeek ने कहा है कि कंपनी पर लार्ज स्केल मलेशियस अटैक हुए हैं. जिस कारण इसका रजिस्ट्रेशन अभी बंद है.
अमेरिकी कंपनी के डूबे 600 अरब डॉलर चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) DeepSeek को लेकर चिंताओं के कारण पिछले दो सेशन में NVIDIA कॉर्पोरेशन के शेयरों में 19.98% की गिरावट आई है. सोमवार को नैस्डैक पर Nvidia का शेयर 16.86% गिरकर $118.58 पर बंद हुआ था. शुक्रवार को शेयर 3.12% गिरकर $142.62 पर आ गया. सोमवार को शेयर $124.80 पर खुला और इंट्राडे में $116.70 प्रति शेयर के निचले स्तर को छू गया. जिस कारण अमेरिका की सबसे बड़ी टेक कंपनी के मार्केट कैप में 600 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ.
रिलायंस जैसी 3 कंपनियों के मार्केट कैप स्वाहा NVIDIA की कंपनी को एक दिन में 600 अरब डॉलर नुकसान होने का मतलब 50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होना है. भारत के रिलायंस इंडस्ट्रीज से इसकी तुलना करें तो अभी रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैपिटलाइजेशन करीब 17 लाख करोड़ रुपये है. ऐसे में देखा जाए तो एक दिन में रिलायंस जैसी 3 कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन '0' हो गया.
क्यों इतना गिरे अमेरिकी टेक कंपनियों के शेयर? DeepSeek R1 एक ऐसा एआई मॉडल है, जिसे ChatGPT, ओपेनएआई और Meta के बड़े कंपीटीटर के तौर पर देखा जा रहा है. DeepSeek R1 चैटजीपीटी और अन्य एआई मॉडल जितना ही शक्तिशाली है, लेकिन इसके लिए बहुत कम कंप्यूटिंग पॉवर की जरूरत पड़ती है. इसे एक इनोवेशन के तौर पर देखा जा रहा है, जो एआई की दुनिया में क्रांति ला सकता है. चूकि यह पूरी तरह से फ्री है, इसलिए बड़ी-बड़ी अमेरिकी टेक कंपनियों डरी हुई हैं. जिस कारण इसका असर शेयरों पर दिखाई दे रहा है.
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Gold-Silver Price Today: सस्ता हुआ सोना, चांदी की कीमत में भी गिरावट, जानें गोल्ड-सिल्वर का ताजा भाव
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, सोमवार को शाम को 24 कैरेट सोना (Gold Rate) 80397 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज, 28 जनवरी, 2025 की सुबह कमी के साथ 80006 रुपये तक आ गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना-चांदी दोनों ही सस्ते हुए हैं.
रिपोर्ट में राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की सीमा को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने और धारा 80D के तहत हेल्थ इंश्योरेंस डिडक्शन को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये करने की सिफारिश की गई है. इसके अलावा, SBI रिसर्च ने 10-15 लाख रुपये की इनकम लिमिट के लिए टैक्स की रेट को घटाकर 15% करने और सभी बैंक डिपॉजिट्स पर एक समान 15% कर टैक्स लागू करने का प्रस्ताव रखा है.