दिल्ली: स्मॉग टावर पर बोले पर्यावरणविद, प्रदूषण कम करने का ये स्थायी समाधान नहीं
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आजतक ने दिल्ली के स्मॉग टावर की नई पहल और इसकी व्यावहारिकता के बारे में जानने के लिए सरकार और अन्य निजी संगठनों, दोनों के विभिन्न पर्यावरणविदों से बात की. नए स्मॉग टॉवर और खराब वायु गुणवत्ता की समस्या को दूर करने के लिए संसाधनों का बेहतर उपयोग कैसे किया जा सकता है, इसके बारे में कई विरोधाभासी विचार मिले हैं.
दिल्ली का प्रदूषण वर्षों से चिंता का विषय है, सरकारों और अधिकारियों ने इसको नियंत्रित करने के लिए कई प्रयास किए हैं. अक्टूबर आते ही वायु प्रदूषण शुरू हो जाता है, और यह सर्दी के मौसम के अंत तक जारी रहता है. इस सीजन से ठीक पहले, दिल्ली सरकार ने कनॉट प्लेस में बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर अपने पहले स्मॉग टावर का उद्घाटन किया, लेकिन पर्यावरणविदों का मानना है कि इस तरह की परियोजना वायु प्रदूषण जैसी जटिल समस्या का स्थायी समाधान मुहैया नहीं करा सकती है. इसके कई आयाम हैं और यह दिल्ली जैसे संसाधनों की कमी वाले शहर में खर्च का सौदा साबित हो सकता है.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.