दिलीप कुमार को पाकिस्तान में दी गई श्रद्धांजलि, पुश्तैनी घर पर पढ़ी गई नमाज
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दिलीप कुमार का पुश्तैनी घर पाकिस्तान के पेशावर में हैं. 11 दिसंबर 1922 में इस ही घर में दिलीप कुमार का जन्म हुआ था और उनका बचपन बीता. पेशावर में उनके फैंस और रिश्तेदारों ने दिलीप साहब के लिए गायबाना नमाज-ए-जनाजा (अंतिम संस्कार में होनी वाली नमाज) पढ़ी. साथ ही मोमबत्तियां जलाकर उन्हें विदाई दी.
बॉलीवुड के लेजेंडरी एक्टर दिलीप कुमार ने बुधवार, 7 जुलाई को दुनिया को अलविदा कह दिया. वह 98 साल के थे और लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे. मोहम्मद युसूफ खान उर्फ दिलीप कुमार के जाने के बाद बॉलीवुड के एक युग का अंत हो गया है. उनके जैसा एक्टर इतिहास में ना कभी था और ना होगा. फिल्म इंडस्ट्री के सितारे और दिलीप साहब के फैंस उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहे है. ऐसे में दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर के बाहर भी नमाज अदा की गई. Actor Dilip Kumar’s (Yousaf Khan) funeral in absentia offered at his birthplace in Muhalla Khudadad, Qissa Khwani, #Peshawar. Prayers held for him at various points in the city. pic.twitter.com/EDnHCu3jcd Funeral prayers in absentia offered outside ancestral house of #DilipKumar in #Peshawar. pic.twitter.com/UUqTNaXhFW Apart from this, for my generation Dilip Kumar was the greatest and most versatile actor.राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. ट्रिब्यूट टू पंकज उधास सत्र में अनूप जलोटा (गायक, संगीतकार), तलत अजीज (गायक, संगीतकार, सुदीप बनर्जी (गायक, म्यूजिक डायरेक्टर) और आलोक श्रीवास्तव (शायर) शामिल हुए. देखें वीडियो.
साहित्य आजतक 2024 के ग्रैंड मंच पर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर टर्न्ड एक्ट्रेस प्राजक्ता कोली ने शिरकत की. प्राजक्ता आज की तारीख में एक्टर, क्रिएटर और क्लाइमेट चेंजर भी हैं. तो उन्हें कौन सा टैग पसंद है. प्राजक्ता ने बताया कि मैं सबसे ज्यादा क्रिएटर कहलाना पसंद करती हूं. मुझे तब से अब में सबसे ज्यादा केयरफ्री होना अच्छा लगता है. आने वाले फरवरी के महीने में दस साल हो जाएंगे. ज्यादातर 'मोस्टली सेन' ही रहती हूं. आसपास चीजें हो जाएं तो मैं थोड़ा दूर दूर रह लेती हूं.
दिव्येंदु शर्मा, जिन्हें हम मुन्ना भैया के नाम से जानते हैं, ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'अग्नि' के बारे में बातचीत की और उन्होंने बताया कि उन्हें फायर फाइटर्स की भूमिका निभाने में कितनी चुनौतियाँ आईं. उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए अपने प्रसिद्ध किरदार मुन्ना भैया के कुछ डायलॉग भी दोहराए. दिवेंदु ने अपने अभिनय करियर के बारे में भी बात की और उन्होंने बताया कि वे एक नए रोल के लिए अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ा रहे हैं और कॉमेडी करना उन्हें बहुत मुश्किल लगता है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अपने रोल्स के लिए तैयारी करने में कितना समय लगता है. देखिए इस बातचीत का पूरा वीडियो.
यूनुस खान रेडियो का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने पिछले ढाई दशकों से विवध भारती के लिए सैकड़ों हस्तियों के इंटरव्यू किए हैं. रेडियो के लिए सिनेमा और संगीत प्रोग्राम लिखे हैं. 3 दशकों से सिनेमा के बारे यूनुस में लिख रहे हैं. सेशन के दौरान मॉडरेटर आशुतोष से बातचीत में यूनुस ने बताया कि संगीत से उनका लगाव कैसे हुआ.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'बॉलीवुड बायोग्राफ़ीज' सत्र में यूनुस खान (लेखक) और सहर जमान (लेखिका) शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले...' सत्र में सिंगर हेमलता और लेखक अरविंद यादव शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. दिल्ली की बेटी और मुंबई की सुपरस्टार कुशा कपिला ने साहित्य आज तक में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पनी जीवन यात्रा, सपनों, चुनौतियों और सफलताओं को साझा किया.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'अध्यात्म और अभिनय' के सत्र में लेखक और एक्टर अखिलेंद्र मिश्रा शामिल हुए. अखिलेंद्र ने अभिनय की दुनिया में उत्कृष्टता के लिए अध्यात्म का महत्व समझाया है. देखें वीडियो.