तेजस्वी सूर्या और रवि सुब्रमण्यम की हो तत्काल गिरफ्तारी, कांग्रेस ने पैसे कमाने का लगाया आरोप
AajTak
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आम लोगों के लिए सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मौजूद नहीं है. ऐसे में हमलोग जानना चाहते हैं कि इन प्राइवेट अस्पतालों में यह वैक्सीन कैसे मिल रहा है? ऐसे समय में जब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आतुर हैं, बीजेपी के प्रतिनिधि लोगों से पैसे कमाने की कोशिश कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बीजेपी के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या के अंकल रवि सुब्रमण्यम के कथित लीक ऑडियो को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आया है जिसमें अस्पताल का एक स्टाफ, मरीज को बता रहा है कि वैक्सीन की कीमत 900 रुपये से कम नहीं हो सकती है. अगर वो रवि सुब्रमण्यम से संपर्क करे तो वो इसे 700 रुपये में मंगवा सकते हैं. वहीं पूरे शहर में तेजस्वी सूर्या की होर्डिंग्स लगी है, जिसमें लोगों को एक खास अस्पताल में वैक्सीन लेने को कहा जा रहा है. बीजेपी के नेता इस महामारी के दौर में भी अवसर की तलाश में हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आम लोगों के लिए सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मौजूद नहीं है. ऐसे में हमलोग जानना चाहते हैं कि इन प्राइवेट अस्पतालों में यह वैक्सीन कैसे मिल रही है? ऐसे समय में जब लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आतुर हैं, बीजेपी के प्रतिनिधि लोगों से पैसे कमाने की कोशिश कर रहे हैं.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.