तीस्ता विवाद पर बोले विदेश सचिव- दोनों देशों में जल्द समाधान को लेकर बनी सहमति
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विदेश सचिव ने बताया कि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने भारत की पड़ोस नीति 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति की सराहना की है. इस बीच पीएम मोदी और शेख हसीना ने 6 दिसंबर को 'मैत्री दिवस' मनाने फैसला किया. इसी तारीख को भारत ने बांग्लादेश को अपनी मान्यता दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होने 2 दिन की विदेश यात्रा पर गए थे. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच 5 समझौते हुए और कई चीजों की शुरुआत का ऐलान किया गया. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि दोनों देशों के बीच तीस्ता विवाद को लेकर भी चर्चा हुई और इसके जल्द समाधान को लेकर सहमति बनी. Had a productive meeting with (Bangladesh) PM Sheikh Hasina. We reviewed the full range of India-Bangladesh relations and discussed ways to deepen economic and cultural linkages in the times to come: PM Narendra Modi pic.twitter.com/W6xlyc9xaC पीएम मोदी और बांग्लादेश की समकक्ष शेख हसीना के बीच शनिवार को शिखर वार्ता हुई. वार्ता के बाद भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पीसी में कहा कि तीस्ता नदी विवाद को लेकर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई. शेख हसीना ने तीस्ता मामले को उठाया, जिस पर भारत की ओर से सभी हितधारकों से चर्चा कर शीघ्र समाधान के लिए सहमति जताई गई.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
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