![तपती धूप और गर्मी के चलते इस राज्य में समय से पहले घोषित हुईं गर्मियों की छुट्टियां, 22 अप्रैल से बंद होंगे स्कूल](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202404/6622361458fea-summer-vacation-in-west-bengal-191458858-16x9.jpg)
तपती धूप और गर्मी के चलते इस राज्य में समय से पहले घोषित हुईं गर्मियों की छुट्टियां, 22 अप्रैल से बंद होंगे स्कूल
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पश्चिम बंगाल में गर्मी के प्रकोप को देखते हुए स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां समय से पहले घोषित कर दी गई हैं. इसके अलावा ओडिशा में भी 20 अप्रैल तक स्कूल बंद रहेंगे. यह फैसला बढ़ते तापमान को देखकर लिया गया है.
Summer Vacation: पश्चिम बंगाल में गर्मी का प्रकोप जारी है, बढ़ते तापमान की वजह से लोग घर से निकलने में हिचक रहे हैं. भीषण गर्मी के कारण राज्य सरकार ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां समय से पहले शुरू करने की घोषणा की है. आधिकारिक सूचना के अनुसार, 22 अप्रैल से पश्चिम बंगाल में समर वेकेशन शुरू हो जाएंगे. इससे पहले गर्मी की छुट्टियां 06 मई से शुरू होने वाली थीं. इसके अलावा इसके कई निजी स्कूलों ने गर्मी की छुट्टियों को लगभग एक सप्ताह और बढ़ा दिया है.
ओडिशा में भी स्कूल बंद
ओडिशा में भी गर्मी के प्रकोप को देखते हुए 20 अप्रैल तक स्कूलों में छुट्टियां चल रही हैं. कोलकाता में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है और ह्यूमिडिटी 85 प्रतिशत के पार जा सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार से सोमवार तक पूर्वी मिदनापुर, पश्चिम मिदनापुर, पुरुलिया, झाड़ग्राम, बांकुरा, पश्चिम बर्दवान, पूर्वी बर्दवान और बीरभूम में हीटवेव की स्थिति के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मुर्शिदाबाद और नादिया को लू के येलो अलर्ट में रखा गया है. मौसम अधिकारियों के मुताबिक, आने वाले दिनों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने की उम्मीद है.
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दिल्ली में 11 मई से शुरू होंगी गर्मियों की छुट्टियां
देश की राजधानी दिल्ली के स्कूल कैलेंडर के अनुसार, इस साल गर्मी की छुट्टियां 11 मई से शुरू हो रही हैं जोकि 30 जून 2024 तक जारी रहेंगी. यानी कि दिल्ली में इस साल छात्रों को एक महीने 19 दिन की छुट्टियां मिल रही हैं. बता दें कि 2024-25 सेशन में 220 दिन स्कूल खुलेंगे.
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हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.