ढाका जा रहे विमान के पायलट की अचानक बिगड़ी तबीयत, नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग
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नागपुर एयपोर्ट पर बांग्लादेश एयरलाइंस के एक विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई है. विमान के पायलट की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसकी वजह से नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग की मंजूरी देनी पड़ी. विमान का नाम बीजी-022 है.
ओमान की राजधानी मस्कट (Muscat) से बांग्लादेश (Bangladesh) की राजधानी ढाका (Dhaka) के लिए उड़ान भरने वाले एक विमान की नागपुर एयरपोर्ट (Nagpur Airport) पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई है. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक विमान ऑपरेट कर रहे पायलट को दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ा, जिसके बाद विमान की इमरजेंसी लैंडिंग (Emergency Landing) कराई गई. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक 'बिमान बांग्लादेश' के BG022 बोइंग विमान में कुल 126 यात्री सवार थे. विमान को सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर लैंड करने की इजाजत दी गई. विमान की सुरक्षित लैंडिंग के बाद पायलट को एक स्थानीय अस्पताल में तत्काल भर्ती करा दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है. अधिकारियों ने यह भी कहा कि जब विमान रायपुर में था, तभी कोलकाता एटीसी से आपातकालीन लैंडिंग के लिए बांग्लादेशी विमानन अधिकारियों ने संपर्क किया. कोलकाता एयरपोर्ट अधिकारियों ने कहा कि विमान को निकटतम नागपुर एयरपोर्ट पर लैंड कराना सेफ रहेगा, जिसके बाद विमान को नागपुर एयपोर्ट पर उतारा गया.खेत में लैंड हुआ भारतीय वायुसेना का विशाल हेलीकॉप्टर चिनूक, देखें फोटोजमहाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.