
ट्रंप टैरिफ का साइड इफेक्ट, जापान से हांगकांग तक मचा हाहाकार, एक्सपर्ट बोले- 'मंदी की शुरुआत...'
AajTak
Asia's Stock Market Crash: दुनियाभर के शेयर बाजार पर ट्रंप टैरिफ का असर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. बीते सप्ताह की बड़ी गिरावट के बाद सप्ताह के पहले दिन भी सभी एशियाई बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है. हैंगसैंग और निक्केई में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ (Donald Trump Tariff) का साइड इफेक्ट कम होने का नाम नहीं ले रहा है, बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बाजारों में भारी गिरावट के बाद, सप्ताह के पहले दिन भी एशियाई मार्केट्स में हाहाकार मचा (Asia's Stock Market Crash) हुआ है. हाल ये है कि हांगकांग का हैंगसैंग (HangSang) 9 फीसदी से ज्यादा फिसल गया, तो जापान का निक्केई (Japan Nikkei) 8 फीसदी से ज्यादा फिसलकर कारोबार कर रहा है. अन्य बाजारों में भी सुनामी देखने को मिल रही है. ऐसे में ये आशंका भी बढ़ रही है कि अमेरिकी बाजार एक्सपर्ट जिम क्रेमर की वो भविष्यवाणी क्या आज सच साबित होगी, जिसमें उन्होंने 1987 जैसे हालात का जिक्र किया है.
एशियाई बाजारों में सब लाल-लाल Donald Trump के रेसिप्रोकल टैरिप के ऐलान के बाद पिछले सप्ताह भारत समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली थी. अमेरिकी बाजारों में तो कोरोना काल के बाद की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. भारत की बात करें, तो बीते शुक्रवार को NSE Nifty करीब 400 अंक और BSE Sensex करीब 1,000 अंक गिरकर बंद हुए थे. कुछ इसी तरह के हालात सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भी नजर आ रहे हैं और कमजोर ग्लोबल संकेतों का असर भारतीय शेयर मार्केट (Indian Share Market) पर देखने को मिल सकता है. लगभग सभी एशियाई बाजार रेड जोन में कारोबार कर रहे थे. Gift Nifty तो शुरुआती कारोबार में ही करीब 900 अंक तक फिसल गया.
अन्य एशियाई बाजारों की बात करें, तो साउथ कोरिया का Kospi Index 5% के आस-पास गिरकर कारोबार कर रहा है. हैंगसैंग 9.40%, DAX 4.95%, CAC 4.26%, FTSE 100 इंडेक्स 5% फिसलकर ट्रेड कर रहा है.
एक्सपर्ट्स दे रहे मंदी की चेतावनी! एक्सपर्ट्स ये आशंका जाहिर करते नजर आ रहे हैं कि ट्रंप द्वारा अमेरिका के बिजनेस पार्टनर्स पर लगाए गए भारी-भरकम टैरिफ से देश मंदी की ओर बढ़ सकता है, वैश्विक मंदी (Global Recession) की शुरुआत हो सकती है और बाजारों में उथल-पुथल और भी तेज हो सकती है. बता दें कि Donald Trump द्वारा आयातित वाहनों पर लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ बीते गुरुवार को प्रभावी हो गए, जिससे ग्लोबल ट्रेड वॉर (Global Trade War) और तेज हो गया है. इस बीच चीनी ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क (CGTN) से बात करते हुए, यू.एस. न्यूज़ एंड वर्ल्ड रिपोर्ट के पूर्व सीनियर एडिटर जोसेफ विलियम्स ने उच्च मुद्रास्फीति, रोजगार में कमी और वैश्विक मंदी के बढ़ते जोखिम की चेतावनी दी है.
'अमेरिका में कीमतें बढ़ने वाली हैं...' जोसेफ ने कहा, 'मुझे निश्चित रूप से लगता है कि अमेरिका में चीजों की कीमतें बढ़ने जा रही हैं और मतदाताओं का गुस्सा भी बढ़ रहा है, संभवतः मंदी की शुरुआत हो सकती है और इसका असर दुनिया भर में दिखाई देगा, क्योंकि अमेरिकी कंजम्प्शन कम होने के साथ ही दुनिया भर में प्रोडक्शन कम हो जाएगा.' उन्होंने कहा कि अमेरिका में 5 फीसदी या उससे अधिक बेरोजगारी दर देखने को मिल सकती है.
विनकैप फाइनेंशियल के सीईओ माइकल कोलिन्स ने भी कहा कि संकट से अब तक अमेरिकी बाजारों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और इसमें सुधार तभी हो सकता है जबकि Trump Tariff पर फिर से विचार किया जाए और इसमें बदलाव किया जाए. उन्होंने कहा इस तरह के कदम से ही बाजार में फिर से रौनक लौटने की उम्मीद है.

वेंचर कैपिटलिस्ट और कारोबारी चमथ पालीहापतिया कहते हैं कि भले ही यह मीम्स के लिए कंटेंट हो, लेकिन पेंगुइन द्वीपों पर टैरिफ ( Trump Tariff on Penguin Islands) बिना किसी तर्क के नहीं हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)ने हर्ड और मैकडोनाल्ड द्वीपों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया, जो दक्षिणी महासागर में स्थित ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र हैं.