जम्मू में बरामद किए गए IED के मामले में पुलिस ने 22 वर्षीय युवक को किया गिरफ्तार
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जम्मू एयरफोर्स के बेस पर ड्रोन के जरिए से दो आईईडी ब्लास्ट किए गए थे. दोनों धमाके पांच मिनट के अंतराल पर हुए, जिसकी वजह से हड़कंप मच गया. इसके कुछ घंटों के बाद जम्मू में ही 5-6 किलो आईईडी बरामद किया गया. पुलिस का कहना है कि इससे भीड़भाड़ वाले इलाके में धमाका किए जाने की योजना थी. एक युवक को अरेस्ट किया गया है.
जम्मू-कश्मीर के आईईडी मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है. शख्स का नाम नदीम-उल-हक है और वह बनिहाल का रहने वाला है. 22 वर्षीय नदीम पर आरोप है कि उसे 4 किलो आईईडी दिया गया था, जिसे ज्यादा से ज्यादा प्रभाव के लिए जम्मू के भीड़-भाड़ वाले इलाके में रखा जाना था. सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी की जा सकती है.NCP के प्रवक्ता महेश चव्हाण ने हाल ही में EVM पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति EVM पर संदेह नहीं कर रहा है, तो वो राजनीति छोड़ देंगे. उन्होंने इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक आशुतोष से चर्चा करते हुए EVM के हैक होने की संभावना को लेकर भी बातें कीं. आशुतोष ने इस संबंध में महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए. EVM की सुरक्षा और पारदर्शिता पर इस चर्चा से राजनीतिक गलियारों में नई हलचल देखने को मिल रही है.
हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता ने अजमेर में ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को हिंदू पूजा स्थल होने की याचिका कोर्ट में दायर की थी. याचिका पर बुधवार को अजमेर पश्चिम सिविल जज सीनियर डिविजन मनमोहन चंदेल की कोर्ट ने सुनवाई की. इस दौरान वादी विष्णु गुप्ता के वाद पर न्यायाधीश मनमोहन चंदेल ने संज्ञान लेते हुए दरगाह कमेटी ,अल्पसंख्यक मामलात व एएसआई को समन नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.
कुछ तो मजबूरियां रही होंगी , वरना एकनाथ शिंदे यूं ही नहीं छोड़ने वाले थे महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी का मोह. जिस तरह एकनाथ शिंदे ने सीएम पद के लिए अचानक आज सरेंडर किया वह यू्ं ही नहीं है. उसके पीछे उनकी 3 राजनीतिक मजबूरियां तो स्पष्ट दिखाई देती हैं. यह अच्छा है कि समय रहते ही उन्होंने अपना भविष्य देख लिया.
उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) सरकार ने कार्यालय में 45 दिन पूरे कर लिए हैं, मुख्यमंत्री, मंत्री अभी भी अपने अधिकार, विभिन्न विभागों के कामकाज के संचालन के लिए निर्णय लेने की शक्तियों से अनभिज्ञ हैं, शासन की संरचना पर स्पष्टता लाने के लिए, गृह मंत्रालय जल्द ही जम्मू-कश्मीर में निर्वाचित सरकार की शक्तियों को परिभाषित करेगा.