जब 8 साल की उम्र में एक लड़की के चक्कर में घर से भाग निकले थे दिलजीत दोसांझ, सुनाया किस्सा
AajTak
दिलजीत जल्द ही अमेरिका में बेहद पॉपुलर 'द टुनाइट शो विद जिम्मी फैलन' में नजर आने वाले हैं. दिलजीत ने ये भी बताया कि इस शो पर वो परफॉर्म करने वाले हैं. उन्होंने बचपन की एक स्टोरी बताई है जब 8 साल की उम्र में उन्होंने साथ पढ़ने वाली एक लड़की को शादी के लिए प्रपोज कर दिया था.
'चमकीला' और 'क्रू' के लिए जबरदस्त तारीफ बटोर चुके एक्टर-सिंगर दिलजीत दोसांझ का जलवा इन दिनों जोरों पर है. इंडिया ही नहीं दुनिया भर में जबरदस्त पॉपुलर दिलजीत, इंटरव्यूज में जो कुछ कहते हैं, स्क्रीन पर जो कुछ करते हैं, फैन्स उसके दीवाने हो जाते हैं.
अब दिलजीत ने अपने बचपन की एक क्यूट स्टोरी बताई है जब 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की को शादी के लिए प्रपोज कर दिया था. और इतना ही नहीं, इस कहानी के चक्कर में घर से भी भाग निकले थे.
दिलजीत को स्कूल में पसंद आ गई थी एक लड़की राज शमानी के पॉडकास्ट में दिलजीत ने बताया कि उन्होंने 8 साल की उम्र में घर से भागने की कोशिश की थी. उनके स्कूल में एक लड़की थी जिसकी वजह से उन्होंने घर से भागने की कोशिश की.
दिलजीत ने बताया, 'जब हम स्कूल में थे, हमारे सीनियर्स ऐसे ही हम सब से पूछने लगे 'तेरेको कौन लड़की पसंद है?' मैंने एक लडकी की तरफ इशारा किया और कहा, 'मुझे वो पसंद है.' तो मेरे सीनियर्स ने कहा 'जाके उसे ये बात बता दे और तेरी शादी उस से ही होगी.' मैंने कहा ठीक है. मैं लड़की के पास गया और उसे बता दिया कि 'तू और मैं शादी करेंगे.' उसने जाकर मेरे टीचर को शिकायत कर दी और मेरे टीचर ने गुस्से में कहा 'जाओ अपने पेरेंट्स को बुला के लाओ.' मेरे लिए दुनिया वहीं खत्म हो गई थी.'
घर से उठाया सामान और भाग निकले दिलजीत दिलजीत ने आगे बताया कि 8 साल की उम्र में उन्होंने फ्रिज खोलकर, दो केले और कुछ फल उठाए, साइकिल ली और निकल पड़े. दिलजीत ने बताया कि वो अपने घर से करीब 5 मिनट ही आगे पहुंचे होंगे कि उनके गांव के एक आदमी ने उन्हें आवाज दी, 'कहां जा रहा है, घर जा अपने.'
दिलजीत ने आगे बताया, 'पहले ऐसा नहीं था कि आपके पेरेंट्स के अलावा कोई आपको डांट ही नहीं सकता. गांव में लोग बच्चों को ऐसे ही डांट देते थे, सब परिवार की तरह होते थे और कई बार तो वो चांटा लगा देते थे. तो इस आदमी ने मुझे घर वापस भगा दिया जब मैं भागने की कोशिश कर रहा था. तो अगले दिन मैंने पेट दर्द का बहाना बनाया और दो दिन स्कूल नहीं गया. फिर मेरे टीचर ने भी मुझे छोड़ दिया.'
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. ट्रिब्यूट टू पंकज उधास सत्र में अनूप जलोटा (गायक, संगीतकार), तलत अजीज (गायक, संगीतकार, सुदीप बनर्जी (गायक, म्यूजिक डायरेक्टर) और आलोक श्रीवास्तव (शायर) शामिल हुए. देखें वीडियो.
साहित्य आजतक 2024 के ग्रैंड मंच पर सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर टर्न्ड एक्ट्रेस प्राजक्ता कोली ने शिरकत की. प्राजक्ता आज की तारीख में एक्टर, क्रिएटर और क्लाइमेट चेंजर भी हैं. तो उन्हें कौन सा टैग पसंद है. प्राजक्ता ने बताया कि मैं सबसे ज्यादा क्रिएटर कहलाना पसंद करती हूं. मुझे तब से अब में सबसे ज्यादा केयरफ्री होना अच्छा लगता है. आने वाले फरवरी के महीने में दस साल हो जाएंगे. ज्यादातर 'मोस्टली सेन' ही रहती हूं. आसपास चीजें हो जाएं तो मैं थोड़ा दूर दूर रह लेती हूं.
दिव्येंदु शर्मा, जिन्हें हम मुन्ना भैया के नाम से जानते हैं, ने हाल ही में अपनी नई फिल्म 'अग्नि' के बारे में बातचीत की और उन्होंने बताया कि उन्हें फायर फाइटर्स की भूमिका निभाने में कितनी चुनौतियाँ आईं. उन्होंने अपने प्रशंसकों के लिए अपने प्रसिद्ध किरदार मुन्ना भैया के कुछ डायलॉग भी दोहराए. दिवेंदु ने अपने अभिनय करियर के बारे में भी बात की और उन्होंने बताया कि वे एक नए रोल के लिए अपनी दाढ़ी और बाल बढ़ा रहे हैं और कॉमेडी करना उन्हें बहुत मुश्किल लगता है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अपने रोल्स के लिए तैयारी करने में कितना समय लगता है. देखिए इस बातचीत का पूरा वीडियो.
यूनुस खान रेडियो का जाना-पहचाना नाम हैं. उन्होंने पिछले ढाई दशकों से विवध भारती के लिए सैकड़ों हस्तियों के इंटरव्यू किए हैं. रेडियो के लिए सिनेमा और संगीत प्रोग्राम लिखे हैं. 3 दशकों से सिनेमा के बारे यूनुस में लिख रहे हैं. सेशन के दौरान मॉडरेटर आशुतोष से बातचीत में यूनुस ने बताया कि संगीत से उनका लगाव कैसे हुआ.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'बॉलीवुड बायोग्राफ़ीज' सत्र में यूनुस खान (लेखक) और सहर जमान (लेखिका) शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.
राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में साहित्य आजतक कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है. साहित्य का मेला तीन दिनों के लिए लगा है. शनिवार को साहित्य का दूसरा दिन है. 'तू जो मेरे सुर में सुर मिला ले...' सत्र में सिंगर हेमलता और लेखक अरविंद यादव शामिल हुए. इस सत्र को आशुतोष चतुर्वेदी ने होस्ट किया है. देखें वीडियो.