गाजियाबादः मरीज में ब्लैक, व्हाइट और येलो तीनों ही फंगस, 5 दिन में हो गई मौत
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गाजियाबाद में एक ऐसे मरीज की मौत हो गई जिसमें ब्लैक और व्हाइट समेत तीन फंगस के लक्षण थे और 23 मई को बीमारी के बारे में पता चलने पर इलाज किया जा रहा था. लेकिन 5 दिन में ही उसकी मौत हो गई.
कोरोना संकट के बीच ब्लैक और व्हाइट फंगस ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी थीं. और अब येलो फंगस नाम की नई समस्या भी सामने आ रही है. गाजियाबाद में शुक्रवार को एक ऐसे मरीज की मौत हो गई जो ब्लैक और व्हाइट के अलावा येलो फंगस से भी ग्रस्त था और इलाज के बावजूद बचाया नहीं जा सका. गाजियाबाद के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर बीपी त्यागी जिन्होंने पहली बार यह दावा किया था कि ब्लैक और व्हाइट फंगस के अलावा येलो फंगस भी है. उन्होंने बताया कि मरीज जो गाजियाबाद के संजय नगर इलाके का रहने वाला था और जिसमें ये तीनों फंगस बीती 23 तारीख को पता चले थे.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.