क्या घटेगी आपके Loan की EMI? बस आजभर का इंतजार, कल होगा ऐलान
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RBI MPC Meeting बुधवार 5 फरवरी को शुरू हुई है और इसका अध्यक्षता रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा कर रहे हैं. उनके द्वारा रेपो रेट को लेकर बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान शुक्रवार को सुबह 10 बजे किया जाएगा.
मोदी 3.0 के Budget 2025 में जहां मिडिल क्लास को बड़ी राहत देते हुए 12 लाख रुपये तक की कमाई को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया गया, तो अब भारतीय रिर्जव बैंक की ओर से भी रेपो रेट पर बड़ा फैसला लेने की उम्मीद जताई जा रही है. दरअसल, बुधवार को RBI MPC की बैठक शुरू हुई है और इसमें रेपो रेट को लेकर (Repo Rate) को लेकर मंथन किया जा रहा है. हालांकि, आपकी Loan EMI घटेगी या नहीं, इसके लिए आजभर का इंतजार करना होगा, क्योंकि बैठक के नतीजों का ऐलान शुक्रवार 7 फरवरी को होना है.
Repo Rate में कटौती की उम्मीद सरकार के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) मिडिल क्लास को बड़ी राहत दे सकता है. कई एक्सपर्ट्स ये अनुमान जाहिर कर रहे हैं कि लंबे समय से स्थिर नीतिगत दरों में इस बार बदलाव देखने को मिल सकता है. उनका कहना है कि रिजर्व बैंक इंडिया कंजम्पशन और लिक्विडिटी को बढ़ाने के लिए लोन ब्याज दर में कटौती कर सकता है. यह कटौती 25 से 50 बेसिस पॉइंट की हो सकती है. हालांकि रुपये में गिरावट RBI के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
तो घट जाएगी आपकी EMI! एक्सपर्ट्स का अनुमान अगर सही साबित होता है और आरबीआई रेपो रेट में 25-50 बेसिस पॉइंट की कटौती करता है, तो फिर लोन लेने वालों के लिए ये एक बड़ी राहत की बात होगी और उनकी Loan EMI कम हो जाएगी. यहां बता दें कि Repo Rate का सीधा कनेक्शन बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों से होता है. इसके कम होने से लोन की ईएमआई घट जाती है और इसमें इजाफा होने से ये बढ़ जाती है. दरअसल, रेपो रेट वह दर है जिस पर किसी देश का केंद्रीय बैंक धन की किसी भी कमी की स्थिति में वाणिज्यिक बैंकों को पैसा उधार देता है. रेपो रेट का उपयोग मौद्रिक अधिकारियों द्वारा इंफ्लेशन को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है.
क्यों कम हो सकता है रेपो रेट? अब बात करते हैं कि आखिर क्यों केंद्रीय बैंक रेपो रेट में कटौती का फैसला ले सकता है, तो बता दें कि रिटेल इन्फ्लेशन साल के ज्यादातर समय में रिजर्व बैंक की लिमिट 6 प्रतिशत के भीतर रही है. इस कारण केंद्रीय बैंक कम खपत से प्रभावित विकास को बढ़ावा देने के लिए भी रेट में कटौती कर सकता है. RBI हर दो महीने में MPC बैठक आयोजित करती है और छह सदस्यीय कमेटी में रेपो रेट, महंगाई से लेकर जीडीपी तक तमाम मुद्दों पर मंथन होता है.
RBI के नए गवर्नर की पहली MPC बैठक रिजर्व बैंक के नवनियुक्त गवर्नर संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) अपनी पहली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं और शुक्रवार को इसमें लिए गए बड़े फैसलों का ऐलान करेंगे. अगर SBI की रिसर्च रिपोर्ट पर गौर करें, तो इसमें कहा गया है कि CPI बेस्ड महंगाई दर चौथी तिमाही में घटकर 4.5 फीसदी पर आ गई है और इसके चालू वित्त वर्ष में औसतन 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है. ऐसे में केंद्रीय बैंक रेपो रेट कट का फैसला ले सकता है.
आखिरी बार कब बदला था रेपो रेट? भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने फरवरी 2023 से रेपो दर (Repo Rate) को 6.5 प्रतिशत पर अनचेंज रखा है. पिछली बार RBI ने कोविड के समय (मई 2020) में दर में कटौती की थी और उसके बाद इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया था. तबसे लेकर रेपो रेट में कमी नहीं की गई है. जिस कारण बैंक के लोन भी महंगे हुए हैं.
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