
'कोई दोस्त ऐसा नहीं करता', ट्रंप टैरिफ पर क्या बोले भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया समेत दुनियाभर के नेता
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डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को दुनिया के देशों पर टैरिफ का ऐलान किया. ट्रंप का कहना है कि टैरिफ लगाने से अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा, कंपनियां अमेरिका में आकर ही उत्पादन शुरू करेंगी और नौकरियों में इजाफा होगा. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप का यह कदम वैश्विक व्यापार युद्ध शुरू कर सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को दुनिया के देशों पर व्यापक टैरिफ का ऐलान किया. उन्होंने यह टैरिफ अपने प्रतिद्वंद्वियों पर तो लगाया ही, साथ ही अपने करीबी व्यापारिक सहयोगियों को भी नहीं बख्शा. ट्रंप ने 2 अप्रैल को 'Liberation Day' बताते हुए कहा कि 'ये (टैरिफ) हमारी आजादी की घोषणा है.' ट्रंप का कहना है कि टैरिफ लगाने से अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा, कंपनियां अमेरिका में आकर ही उत्पादन शुरू करेंगी और नौकरियों में इजाफा होगा. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ट्रंप का यह कदम वैश्विक व्यापार युद्ध शुरू कर सकता है और देशों की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकता है.
ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान पर दुनिया भर के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. भारत की तरफ से केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा है कि भारत पहले टैरिफ का विश्लेषण करेगा. भारत पर ट्रंप ने 27% का टैरिफ लगाया है. इसे लेकर मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, 'डोनाल्ड ट्रंप के लिए अमेरिका पहले है और मोदी जी के लिए भारत पहले है. हम सबसे पहले इसका (टैरिफ का) विश्लेषण करेंगे, फिर इसके प्रभावों का आकलन करेंगे और देखेंगे कि इससे कैसे डील करना है.'
बाकी देशों ने कैसी प्रतिक्रिया दी?
चीन
चीन ने गुरुवार को अमेरिका के नए टैरिफ की निंदा करते हुए कहा कि वो इन तरीकों का 'दृढ़ता से विरोध करता है और अपने अधिकारों, हितों की रक्षा के लिए जवाबी उपाय' लागू करेगा.
गुरुवार को एक बयान में, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने टैरिफ की आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मानदंडों का उल्लंघन बताया और तर्क दिया कि इससे प्रभावित देशों के वैध अधिकारों को काफी नुकसान पहुंचता है.

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