केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र गौतम ने दिया इस्तीफा, देवी-देवताओं पर दिए बयान से मचा था बवाल
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दिल्ली की केजरीवाल सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को इस्तीफा दे दिया है. वह हाल ही में देवी-देवताओं पर दिए बयान से चर्चा में आए थे, जिसके बाद जमकर बवाल भी मचा था.
दिल्ली सरकार में मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया है. वह हाल ही में देवी-देवताओं पर दिए बयान से चर्चा में आए थे, जिसके बाद जमकर बवाल भी मचा था. अपना इस्तीफा पत्र ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है. ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है. अब मैं और अधिक मज़बूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूंगा.'
आज महर्षि वाल्मीकि जी का प्रकटोत्सव दिवस है एवं दूसरी ओर मान्यवर कांशीराम साहेब की पुण्यतिथि भी है। ऐसे संयोग में आज मैं कई बंधनों से मुक्त हुआ और आज मेरा नया जन्म हुआ है। अब मैं और अधिक मज़बूती से समाज पर होने वाले अत्याचारों व अधिकारों की लड़ाई को बिना किसी बंधन के जारी रखूँगा pic.twitter.com/buwnHYVgG8
बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम ने धर्मांतरण कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ विवादित बयान दिए थे. जिसके बाद खूब बवाल मचा था. सूत्रों ने दावा किया है कि सीएम अरविंद केजरीवाल राजेंद्र गौतम से काफी नाराज थे. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.